राष्ट्रीय लोक अदालत में 8652 वादों का हुआ निस्तारण
— जनपद न्यायाधीश की अध्यक्षता में हुआ आयोजन
— 8.19 करोड़ रुपये की सेटलमेंट धनराशि वसूली

कैराना। जनपद न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिविल, फौजदारी, दुर्घटना व पारिवारिक विवादों से संबंधित 8652 वादों का निस्तारण किया गया, जबकि 8.19 करोड़ रुपये की सेटलमेंट धनराशि वसूल की गई।
         शनिवार को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली व उच्च न्यायालय इलाहाबाद तथा उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण्रा लखनऊ के दिशा—निर्देशों के अनुक्रम में कैराना स्थित जनपद न्यायालय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जनपद न्यायाधीश ग्रीश कुमार वैश्य की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया, जिसमें समस्त न्यायिक अधिकारीगण, बैंक पदाधिकारीगण व बार संघ के पदाधिकारीगण मौजूद रहे। इसके पश्चात जनपद न्यायाधीश ने राष्ट्रीय लोक अदालत का निरीक्षण करते हुए अधिक से अधिक वादों का निस्तारण सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए।। इस दौरान जनपद न्यायाधीश को बुकें भेंट कर स्वागत भी किया गया।
       जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी सचिव एवं न्यायाधीश विजय कुमार वर्मा द्वितीय ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायालय में एक, प्रधान न्यायाधीश/पारिवारिक न्यायालय में 31, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो) न्यायालय में एक, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश विद्युत कैराना में 470, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (रेप एंड पॉक्सो) न्यायालय में दो, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में 514, सिविल जज (सी.डि.)/एसीजेएम कैराना न्यायलय में 528, सिविल जज (सी.डि.)/एसीजेएम शामली न्यायालय में 43, सिविल जज (जू.डि.)/न्यायिक मजिस्ट्रेट शामली में 193 व न्यायिक मजिस्ट्रेट शामली न्यायालय में 216 मामलों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार समस्त न्यायालयों के द्वारा 2032 वादों का निस्तारण हुआ, जिसमें कुल सेटलमेंट धनराशि 17 लाख 57030 रुपये वसूल किये गए। 
        उधर, राजस्व न्यायालयों व उपभोक्ता फोरम न्यायालय द्वारा कुल 6170 मामले निस्तारित किए गए। बैंक एवं दूर संचार निगम से संबंधित प्री लिटीगेशन 450 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें कुल सेटलमेंट धनराशि सात करोड़ 81 लाख 15368 रुपये वसूल किये गए। 
     उक्त के अलावा 48 सिविल वादों के साथ ही 14 एनआई एक्ट का निस्तारण किया गया। न्यायालय सिविल जज (सी.डि.)/एसीजेएम कैराना द्वारा 15 मूलवादों का भी निस्तारण किया गया, जिनमें पांच मामले करीब पांच वर्षों से लंबित थे।
        वहीं, जनपद न्यायाधीश व प्रधान न्यायाधीश/परिवार न्यायालय के कुशल मार्गदर्शन में कुल 31 पारिवारिक वादों का निस्तारण सुलह—समझौता के आधार पर कराया गया, जिसमें पांच दंपतियों ने एक—दूसरे को माला पहनाकर साथ रहने का वचन लिया। इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में 8652 वादों का निस्तारण किया गया तथा आठ करोड़ 19 लाख 84714 रुपये की सेटलमेंट धनराशि वसूल की गई। इसके अलावा 188 ई—चालान का भी निस्तारण हुआ। राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभावी सचिव ने सभी का आभार व्यक्त किया।