मंडावर खनन स्थल पर खामियां उजागर, खदान कराई बंद
- एडीएम की छापेमारी में खनन ठेकेदार की खुली पोल-पट्टी
- वैध पट्टे की आड़ में बिना माप-तौल फर्राटा भर रहे थे रेत के वाहन
कैराना। डीएम के निर्देश पर एडीएम ने टीम के साथ मंडावर खनन स्थल पर छापेमारी की। इस दौरान जांच-पड़ताल में भारी अनियमितताएं उजागर हुई। खनन स्थल पर न आवंटित पट्टे के सीमांकन पिलर मिले और न ही माप-तौल हेतु कांटे का सिस्टम चालू पाया गया। इसके अलावा पट्टे से संबंधित समस्त अभिलेख भी नहीं दिखाए गए। एडीएम ने ठेकेदार को खदान बंद करने के आदेश दिए हैं। इस कार्यवाही से खनन ठेकेदार में हड़कंप मचा हुआ है।
   यमुना खादर क्षेत्र के गांव मंडावर में वैध पट्टे की आड़ में एनजीटी की गाइडलाइन के विरूद्ध पॉर्कलेन मशीनों से यमुना नदी की जलधारा मोड़ने और खनन करने की वीडियो वायरल हुई थी। यह खबर समाचार पत्र ने प्रमुखता के साथ उजागर की, जिसके बाद डीएम शामली जसजीत कौर ने संज्ञान लेते हुए जांच के लिए टीम गठित की। 
     सोमवार को डीएम के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी शामली संतोष कुमार ने जिला खनन अधिकारी वशिष्ठ यादव, उपजिलाधिकारी कैराना शिवप्रकाश यादव व राजस्व टीम के साथ कैराना तहसील क्षेत्र के गांव मंडावर में खनन स्थल पर छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने आवंटित खनन पट्टे के क्षेत्रफल के बारे में जानकारी करते हुए सीमांकन पिलरों की जांच की, लेकिन पिलर नहीं मिले। यमुना नदी की बहती जलधारा और खदान का भी जायजा लिया गया। इसके बाद एडीएम ने खनन स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी तथा ठेकेदार को अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा गया, तो वह समस्त अभिलेख नहीं दिखा सका। इसके अलावा एडीएम ने खनन स्थल पर रेत के वाहनों के माप-तौल के लिए लगाए गए कांटे पर डंफर चढ़ाकर जांच की, लेकिन माप-तौल सिस्टम चालू नहीं पाया गया और न ही ऑपरेटर पर्ची निकाल सका। एडीएम ने यथाशीघ्र अभिलेख प्रस्तुत करने तथा माप-तौल कांटे का सिस्टम चालू नहीं होने तक फिलहाल खदान के संचालन बंद करने के आदेश दिए हैं।