- मानव चेतना केंद्र आश्रम में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया 39 वाँ वार्षिक महोत्सव
- 39 वे विशाल भंडारे का हुआ आयोजन
- दिल्ली, बॉम्बे, हरियाणा, उत्तराखंड ऋषिकेश व दूर दराज से आश्रम में पहुचे हजारों श्रद्धालुगण, किया प्रसाद ग्रहण
कैराना। मानव चेतना केंद्र आश्रम ऊंचागांव में वार्षिक महोत्सव पर 39 वे विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। सुबह के समय स्वामी विशुद्धानंद महाराज जी की प्रतिमा की विशेष पूजा-अर्चना की गई। वही, प्रातः 9 बजे भजन-कीर्तन व प्रवचन किये गए। स्वामी ब्रह्म स्वरूपानंद महाराज ने प्रवचन करते हुवे बताया कि ज्यादा सुनने या पढ़ने से प्राप्त नही होता है, जिसकी जैसी श्रद्धा होती है उससे वैसा ही मिल जाता है।
रविवार को कैराना क्षेत्र के ग्राम ऊंचागांव में स्थित मानव चेतना केंद्र आश्रम में 39 वां वार्षिक महोत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इसी के साथ आश्रम में स्वामी विशुद्धानंद महाराज की अनुकृपा से 39 वें विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। स्वामी विशुद्धानंद महाराज के परम शिष्य स्वामी ब्रह्म स्वरूपानंद महाराज ने प्रवचन करते हुवे बताया कि अगर ज्ञान की प्राप्ति करनी है, इसे श्रद्धा की कोख में पालिये। जानते तो सब है लेकिन मानते नही है इस लिए कल्याण नही होता है। बिना गुरु के ज्ञान नही होता है, गुरु तो सबके पास है लेकिन वैराग्य नही है। इसके लिए ज्ञान नही होता है। सतगुरु के वचन पर विश्वास करना है विचार नही। पूर्ण ज्ञान उस वक्त होता है जब गुरुदेव में पूर्ण प्रेम निष्ठा होती है। मन ही मनुष्य के बंधन व मोक्ष का कारण हैं। सुख-दुख मन का धर्म है। भगवान ह्रदय में ही विराज मान है, लेकिन हम उसे बाहर देखते है। जो सर्व भूतों में विराजमान है वो केवल एक ही है। शरीर अलग-अलग है लेकिन सभी के अंदर आत्मा एक ही है। हम सब शुद्ध सचिदानन्द ब्रह्म है। वही, भजन व आरती के साथ दूर-दराज से आये श्रद्धालु ने कथा श्रवण की।
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विशाल भंडारे का हुआ आयोजन.......
मानव चेतना केंद्र आश्रम ऊंचागांव 39 वेंं विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। स्वामी ब्रह्म स्वरूपानंद महाराज की आज्ञा अनुसार दोपहर 1 बजे भंडारा शुरू किया। ग्रामीणों ने अनुशासन व प्रेम निष्ठा से सर्व प्रथम साधु, ब्राह्मण व बाहर से आये श्रद्धालुओ को लाइन में बैठकर प्रसाद ग्रहण कराया गया। उसके बाद गांव व क्षेत्र आये श्रद्धालुओ को प्रसाद वितरण किया गया।