जल है तो कल है : रीता चौहान
 कैराना। विश्व जल दिवस 22 मार्च के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ मे बच्चों को समझाया गया की धरती के 75 प्रतिशत भाग पर जल मौजूद है लेकिन सारा पानी पीने के लायक नही है। धरती पर कुल 2.5 से 3 प्रतिशत पानी ही पीने लायक नही है। धरती पर बहुत कम लोगो को ही शुद्ध व स्वच्छ जल मिल पाता है। इसलिए पीने लायक पानी तथा कृषि भूमि की सिचाई के लिए जल को बचाने के लिए जल का संरक्षण और संवर्धन आवश्यक है।
     प्रदूषित पानी पीने से बहुत सी जान लेवा बिमारी होती हैं। जल को शुद्ध करने के लिए बहुत सी विधियां है। जल का संरक्षण करने के लिए तालाब, पोखर रेनवॉटर हार्वेस्टिंग आदि बहुत से तरीको से हम भविष्य के लिए जल का संचय कर सकते है। धरती पर सबसे अधिक जल का संचय वर्षा से होता है और अच्छी वर्षा के लिए अधिक पेड़ो की आवश्यकता होती है। इसलिए हमे जल संचय के साथ साथ अधिक से अधिक पेड़ भी लगाने चाहिए। क्योंकि जल तो कल है।
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