अवैध खनन की शिकायत पर एनजीटी सख्त, विशेष टीम की गठित
 कैराना (शामली)। तहसील क्षेत्र के यमुना खादर में आवंटित वैध बालू पट्टे की आड़ में अवैध खनन के आरोप लगे हैं। मामले की शिकायत एनजीटी ( राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण) में की गई। इसके बाद एनजीटी ने संज्ञान लेते हुए विशेष संयुक्त टीम का गठन किया है। माना जा रहा है कि शीघ्र ही पट्टाधारक के खिलाफ बड़ी कार्यवाही हो सकती है।
          दरअसल, जनपद शामली की तहसील कैराना क्षेत्र के गांव मंडावर यमुना खादर में नियमानुसार पांच वर्ष के लिए वैध बालू खनन पट्टा आवंटित है। गांव के रहने वाले फारुख चौहान ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) में शिकायत की है। आरोप है कि वैध पट्टे की आड़ में पट्टाधारक द्वारा बड़े पैमाने पर 20.34 हेक्टेयर भूमि पर अवैध रूप से खनन किया है। आवंटित क्षेत्रफल से बाहर भी रेत खुदाई की गई है। खनन के दौरान जेसीबी मशीनों से यमुना नदी में गहरे कुंड बनाए गए हैं। 
       यह भी आरोप है की रात्रि में भी खनन किया जा रहा है, जबकि गाइडलाइन के अनुसार रात्रि में खनन पर पूर्णतः प्रतिबंध है। शिकायत में खनन से पर्यावरण को भी नुकसान बताया गया है। इस पूरे मामले पर एनजीटी की ओर से संज्ञान लिया गया है। एनजीटी ने विशेष संयुक्त टीम का गठन किया है, जिसमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सदस्य सचिव व जिला मजिस्ट्रेट शामिल हैं। इसके बाद रिपोर्ट एनजीटी को भेजी जाएगी।
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