लखनऊ। सीएम योगी ने यूपी के युवाओं को बड़ा तोहफा देने की बात कही है। उन्होंने पुलिस और सरकारी नौकरियों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अगले दो साल में यूपी पुलिस में 1 लाख नौजवानों की भर्ती होगी। सीएम योगी ने आगे कहा कि यही नहीं आने वाले दो वर्षों में 2 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी से जोड़ा जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि आज प्रदेश में युवाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं होता। युवाओं को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी से जोड़ा जा रहा है। विगत साढ़े सात वर्ष में हमने साढ़े छह लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी है। कल ही हमने प्रदेश में सबसे बड़ी पुलिस भर्ती प्रक्रिया की लिखित परीक्षा सकुशल संपन्न कराई, जिससे 60200 से ज्यादा युवाओं को पुलिस बल में सेवा देने का मौका मिलेगा।
सीएम योगी ने यूपी के युवाओं को बड़ा तोहफा देने की बात कही है। उन्होंने पुलिस और सरकारी नौकरियों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अगले दो साल में यूपी पुलिस में 1 लाख नौजवानों की भर्ती होगी। सीएम योगी ने आगे कहा कि यही नहीं आने वाले दो वर्षों में 2 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी से जोड़ा जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि आज प्रदेश में युवाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं होता। युवाओं को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी से जोड़ा जा रहा है। विगत साढ़े सात वर्ष में हमने साढ़े छह लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी है। कल ही हमने प्रदेश में सबसे बड़ी पुलिस भर्ती प्रक्रिया की लिखित परीक्षा सकुशल संपन्न कराई, जिससे 60200 से ज्यादा युवाओं को पुलिस बल में सेवा देने का मौका मिलेगा।
सीएम योगी वाराणसी में भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक व सदस्यता कार्यशाला में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने युवाओं को राजनीति का कहारा सिखाते हुए सिद्धांतों के अनुरूप मूल्यों व आदर्शों की स्थापना के लिए राजनीति को चुनने का आह्वान किया। उन्होंने साफ कहा कि राजनीति सत्ता प्राप्ति या स्वार्थ सिद्धि नहीं बल्कि प्रदेश हित व राष्ट्रहित के मूल्यों के संवर्धन का माध्यम बनना चाहिए। रविवार को वाराणसी में भारतीय जनता युवा मोर्चा, उत्तर प्रदेश की कार्य समिति की बैठक व सदस्यता कार्यशाला में युवाओं को सार्थक राजनीति का मंत्र देते हुए अटल जी की सीख की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि हमेशा एक बात याद रखें, सिद्धांत विहीन राजनीति मौत का फंदा होती है।
हमें प्रलोभन में फंसना नहीं है और चाहे कुछ भी हो जाए अपने मूल्यों से समझौता नहीं करना है। सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के बदलते परसेप्शन के बारे में कहा कि जब हमने युवाओं को रोजगार देने का कार्य किया तो आज परिणाम सबके सामने है। आज प्रदेश में युवाओं को उनके जनपद और गांवों में ही नौकरी मिल रही है, देश दुनिया का हर बड़ा निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है और प्रदेश आज देश में दूसरे नंबर की इकॉनमी बन चुका है। यह सब युवा शक्ति पर फोकस करने के कारण हुआ है। हम अगले 3-4 साल में प्रदेश को देश की पहली नंबर की इकॉनमी बनाने जा रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को भी संगठन को हर मायने में नंबर वन बनाने का लक्ष्य दिया।
हमें प्रलोभन में फंसना नहीं है और चाहे कुछ भी हो जाए अपने मूल्यों से समझौता नहीं करना है। सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के बदलते परसेप्शन के बारे में कहा कि जब हमने युवाओं को रोजगार देने का कार्य किया तो आज परिणाम सबके सामने है। आज प्रदेश में युवाओं को उनके जनपद और गांवों में ही नौकरी मिल रही है, देश दुनिया का हर बड़ा निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है और प्रदेश आज देश में दूसरे नंबर की इकॉनमी बन चुका है। यह सब युवा शक्ति पर फोकस करने के कारण हुआ है। हम अगले 3-4 साल में प्रदेश को देश की पहली नंबर की इकॉनमी बनाने जा रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को भी संगठन को हर मायने में नंबर वन बनाने का लक्ष्य दिया।
श्रेय नहीं लेना है, हम तो निमित्त मात्र हैःं सीएम योगी
कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि आज सब बाबा विश्वनाथ की इस पावन धरा पर एकत्र होकर कार्यशाला में सहभागी बन रहे हैं। प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से युवा यहां सहभागी बन रहे हैं। आपका उत्साह नई ऊर्जा का वाहक बनता है। यही ऊर्जा प्रधानमंत्री के सुशासन के मिशन को धरातल पर उतारने का कारण बनता है। ये उम्र ही ऐसी है जहां ऊर्जा भी है और प्रतिभा भी है।
सार्वजनिक जीवन में राजनीति को हम लोग सत्ता प्राप्ति का माध्यम नहीं बल्कि मूल्यों व आदर्शों की स्थापना के लिए कार्य कर रहे हैं। अपने उद्देश्य से विचलित हुए बिना हम सब कार्य करते हैं और हम श्रेय लेने के लिए कार्य नहीं करते। हम अच्छे से जानते हैं हम तो निमित्त मात्र हैं। 60 साल पहले के उत्तर प्रदेश और आज के उत्तर प्रदेश में आप फर्क महसूस करते होंगे। हमारे युवाओं के सामने पहचान का संकट था, अराजकता थी। बेटी-व्यापारी का सम्मान नहीं था, भेदभाव अपने चरम पर था। प्रदेश से पलायन हो रहा था, किसान आत्महत्या कर रहा था। उन स्थितियों से उबरने में प्रधानमंत्री मोदी को जब जनादेश मिला तो उसके सकारात्मक परिणाम सामने आए।
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