मुठभेड़ में दो बदमाशों को लगी गोली, दारोगा भी घायल
👉 बकरी चोरी कर भाग रहे थे पंजाब के बदमाश, इनोवा कार, फर्जी नंबर प्लेट व हथियार बरामद

कैराना। बकरी चोरी कर भाग रहे पंजाब के बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में दो बदमाशों के पैर में गोली लगी, जबकि एक दारोगा भी घायल हो गए। बदमाशों के कब्जे से सात बकरे—बकरी, अवैध हथियार, घटना में प्रयुक्त इनोवा कार तथा तीन फर्जी नंबर प्लेट बरामद की गई है।
        बृहस्पतिवार की प्रात: करीब साढ़े पांच पुलिस को सूचना मिली कि इनोवा कार सवार बदमाश बकरी चोरी कर भाग रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने नेशनल हाईवे के निकट कैराना—रामड़ा मार्ग पर बदमाशों की घेराबंदी कर दी, जिस पर बदमाशों ने पुलिस टीम फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हुए। इस दौरान हाथ में गोली लगने से पंजीठ चौकी प्रभारी एसआई सुरेशवीर सिंह भी घायल हो गए। पुलिस द्वारा तीनों घायलों को उपचार हेतु नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया।
            कोतवाली प्रभारी वीरेंद्र कसाना ने बताया कि बदमाशों की पहचान कर्मवीर निवासी मोहल्ला डोलेवाल प्रभात नगर गली नंबर—6 थाना सेक्टर—6 लुधियाना पंजाब व दिलीप निवासी ग्राम महाराज नगर थाना भोपा जनपद मुजफ्फरनगर हाल निवासी लुधियाना पंजाब के रूप में हुई है, जिनके कब्जे से चोरी के सात बकरे—बकरी, एक तमंचा, एक खोखा व चार जिंदा कारतूस तथा घटना में प्रयुक्त इनोवा कार के अलावा अलग-अलग राज्यों की तीन फर्जी नंबर प्लेट बरामद हुई। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने गत 12 नवंबर को ग्राम काकौर निवासी नूरा के प्लॉट से तीन बकरी व बुधवार की देर रात मोहल्ला अफगानान निवासी शमीम व ताजुद्दीन के कमरों के ताले तोड़कर चार बकरे चोरी किए थे। घटनाओं के संबंध में कोतवाली में अज्ञात के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। 
      उधर, एसपी अभिषेक ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार एक बदमाश का जनपद सहारनपुर व मुजफ्फरनगर में चोरी का अपराधिक इतिहास है। जबकि दूसरे बदमाश के खिलाफ मुजफ्फरनगर में आर्म्स एक्ट, चोरी व जानलेवा हमले के मुकदमे दर्ज हैं। आरोपियों के अन्य साथियों के बारे में जानकारी की जा रही है।
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👉 योजना बनाकर करते थे चोरी
पुलिस के अनुसार, बदमाश क्षेत्र के गांव मवी में सोनू के घर रूके हुए थे। उनका एक साथी दिन में आसपास क्षेत्र में घूमता था तथा बकरियों वाले मकान को चिह्नित करता था। इसके बाद रात में योजना बनाकर चोरी की घटना की जाती थी।
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