शामली: कैराना क्षेत्र के गांव मामौर में बुधवार को मंडलायुक्त की चौपाल के दौरान पंजीठ के गा्रम प्रधान इरशाद ने मीट प्लांट के खिलाफ आवाज बुलंद की। ग्राम प्रधान ने कहा कि मीट का प्रदूषित पानी भी नालों के माध्यम से कैराना की निकासी के साथ पंजीठ से होते हुआ झील में आ रहा है, जिस कारण उनके गांव में हेपेटाइटिस-सी जैसी गंभीर बीमारी ने पैर पसार लिए हैं। पानी पीने योग्य नहीं रहा है। भू-जल लगातार प्रदूषित होता जा रहा है। उन्होंने मीट प्लांट पर प्रतिबंधित लगाने की मांग की है। बताया जाता है कि मानकों को ताक पर रखकर मीट प्लांट में बड़े पैमाने पर निर्धारित से अधिक पशुओं का कटान किया जा रहा है। प्लांट से आसपास में पशुओं के अवशेष भी फेंक दिए जाते हैं। वहीं, प्लांट में लगी चर्बी व हड्डी गलाने की चिमनी से निकलने वाली दुर्गंध से लोगों का सांस लेना मुहाल हो गया है। कई बार मीट प्लांट के खिलाफ लोग शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।
कैराना के मीट प्लांट के खिलाफ फिर उठी आवाज़, मंडलायुक्त से निजात की मांग