कैराना। क्षेत्र के गांव नंगलाराई और रामडा के ग्रामीणों ने यमुना खादर के नंगलाराई में आवंटित वैध बालू खनन पट्टे का विरोध किया है। ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत की है। उन्होंने बरसात में बाढ़ की आशंका जताते हुए खनन पट्टे को निरस्त करने की मांग की है।
मंगलवार को ग्राम नंगलाराई के प्रधान मोहम्मद यूसुफ व रामडा के ग्राम प्रधानपति मोबीन के नेतृत्व में दोनों गांवों के दर्जनों ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने संपूर्ण समाधान दिवस में अलग-अलग शिकायती पत्र दिए। ग्रामीणों का कहना है कि नंगलाराई और रामडा गांव के बीच में खनन का पट्टा आवंटित किया गया है। जहां पर खनन माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर खनन की तैयारी की जा रही है। खनन के कारण गांव में झगड़ा भी हो सकता है। यदि खनन होता है, तो इस सूरत में खनन में गहरे कुंड बन जाएंगे और भविष्य में बरसात के मौसम में बाढ़ भी आ सकती है, जिसे लेकर ग्रामीणों में भय बना हुआ है। ग्रामीणों ने मांग की है कि उनके गांव में आवंटित खनन के पट्टे को जनहित में देखते हुए निरस्त कराए जाने की मांग की है। इस दौरान ब्रह्म सिंह एडवोकेट, शमीम, महबूब, सद्दाम, फुरकान, कंवर, प्रदीप, अय्यूब, हाशिम, रमेश, मुबारिक, दिनेश, मुस्तकीम, नवाब, प्रकाश, फारूक आदि मौजूद रहे।