कैराना। तहसील क्षेत्र के ऊंचागांव में पीएसी बटालियन के लिए प्रशासन ने बैनामों की तमाम प्रक्रिया पूर्ण कर ली है। शनिवार को पीएसी छठी वाहिनी मेरठ के सेनानायक के नाम जमीनों के बैनामे हो गए हैं। बैनामे नहीं होने के चलते सीएम एक मार्च को शिलान्यास नहीं कर पाए थे। अब जल्द ही शिलान्यास की उम्मीद जताई जा रही है।
कैराना के ऊंचागांव में पीएसी बटालियन के लिए भूमि प्रस्तावित थी। महीनों से जमीनों के बैनामों की प्रक्रिया चल रही थी। इसी बीच छठी वाहिनी पीएसी मेरठ के सेनानायक का स्थानांतरण हो गया था, जिसके बाद यह कार्य अधर में लटक गया था। इसके बाद शासन की ओर से छठी वाहिनी मेरठ के सेनानायक कुंवर अनुपम सिंह को नामित किया गया था। शनिवार को सेनानायक कुंवर अनुपम सिंह तहसील कैराना मुख्यालय पर पहुंचे। जहां उपनिबंधक कार्यालय में पीएसी बटालियन के लिए 24.8697 हेक्टेयर भूमि के पांच संयुक्त बैनामे उनके नाम किए गए। बैनामों के लिए किसानों के पांच अलग-अलग ग्रुप बनाए गए थे। वहीं, बैनामों को लेकर सुबह से ही तहसील मुख्यालय पर किसान पहुंचने शुरू हो गए थे। कुल 65 किसानों की ओर से ये बैनामे किए गए हैं। इस दौरान एडीएम शामली अरविंद कुमार सिंह भी पहुंचे। उन्होंने बैनामों के बारे में किसानों से जानकारी हासिल की। इस दौरान तहसीलदार कैराना प्रवीण कुमार व तहसीलदार ऊन आदि मौजूद रहे।
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अभी फायरिंग रेंज के बैनामे बाकी
कांधला थानाक्षेत्र के गांव गुज्जरपुर में फायरिंग रेंज के लिए 22 किसानों की 6.8565 हेक्टेयर भूमि प्रस्तावित है, जिनके दो बैनामे शनिवार को नहीं हो पाए हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही इनके भी बैनामे हो जाएंगे। पीएसी कैंप और फायरिंग रेंज के लिए शासन की ओर से उपरोक्त भूमि को करीब
34 करोड़ रूपये में खरीदा गया है।
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हुकुम सिंह ने उठाई थी मांग
2016 में भाजपा के कैराना सांसद बाबू हुकुम सिंह ने पलायन प्रकरण को जोरशोर से उठाया था। उन्होंने गुंडागर्दी का हवाला देते हुए तत्कालीन सपा सरकार को जमकर घेरा था। बाद में 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। इसके बाद हुकुम सिंह ने अपनी सरकार से कैराना-कांधला के मध्य पीएसी बटालियन की स्थापना की मांग की थी। 2018 में शामली में लोकसभा उपचुनाव के दौरान पहुंचे सीएम योगी ने पीएसी बटालियन की घोषणा की थी, जिस पर सरकार अमल कर रही है।
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सीएम योगी नहीं कर पाए थे शिलान्यास
गत एक मार्च को शामली में सीएम योगी आदित्यनाथ का आगमन हुआ था। वह पीएसी बटालियन के लिए जमीनों के बैनामे नहीं होने के कारण शिलान्यास नहीं कर पाए थे। सीएम ने मंच से ही प्रशासन को जल्द ही बैनामा प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। अब बैनामे हो जाने के बाद जल्द ही शिलान्यास की भी उम्मीद है।
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किसानों के खातों में जाएगी धनराशि
उपनिबंधक कार्यालय में बैनामों के दौरान किसानों से पूछा गया कि उन्हें धनराशि मिल गई या नहीं। किसानों ने बताया कि फिलहाल उन्हें धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। पीएसी के सेनानायक ने बताया कि शाम तक उनके बैंक खातों में धनराशि सीधे पहुंच जाएगी।
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चार महिलाओं ने भी किए बैनामे
पीएसी बटालियन के बैनामे करने वाले सभी 65 किसान ऊंचागांव के ही रहने वाले हैं। इनमें चार महिलाएं राजबाला, मंजू, बाला देवी व धिरजो भी शामिल हैं। जमीन का बैनामा करने वाले एक लड़के के नाबालिग होने के कारण उसका बैनामा उसकी मां की ओर से किया गया है।
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उत्साहित नजर आए किसान
जमीनों के पीएसी बटालियन के नाम बैनामे करने के बाद किसान भी उत्साहित नजर आए। किसानों ने कहा कि योगी सरकार ने कैराना को यह बड़ी सौगात दी है। इससे क्षेत्र की उन्नति होगी और विकसित होगा।
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किसानों ने रखी यह शर्त
सेनानायक के सामने किसानों ने बैनामों से पूर्व अपनी शर्त भी रखी। किसानों ने बताया कि प्रशासन ने जब उनसे वार्ता की थी, तो उस दौरान कहा था कि पीएसी बटालियन के लिए जमीन देने वाले किसान जब उत्तर प्रदेश में कहीं जमीन खरीदेंगे, तो उन पर स्टांप शुल्क नहीं लगेगा। जबकि इसके लिए किसानों को कोई भी प्रमाण-पत्र नहीं दिया गया है। किसानों ने प्रमाण पत्र दिलवाए जाने की मांग की है। सेनानायक ने उन्हें आश्वासन दिया है। इस दौरान अजय कुमार, ज्ञानेंद्र कुमार, कंवरपाल, रामगोपाल, रामपाल आदि किसान मौजूद रहे।
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पीएसी बटालियन की भूमि का किया निरीक्षण
बैनामे पूर्ण होने के बाद सेनानायक कुंवर अनुपम सिंह ऊंचागांव में पहुंचे। जहां उनके द्वारा पीएसी बटालियन की भूमि का जायजा लिया गया। इस दौरान उन्होंने किसानों से भी बातचीत की तथा उनसे पूछा कि उन्हें कोई समस्या तो नहीं हैं। किसानों ने कहा कि सरकार ने कैराना को यह बड़ा तोहफा दिया है, जिससे किसी को कोई समस्या नहीं हैं।
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इन्होंने कहा-
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार जनपद शामली में नई पीएसी बटालियन प्रस्तावित है, जिसमें किसानों की भूमि अधिग्रहण के लिए आज बैनामों की कार्रवाई संपन्न हो गई है। जल्द ही शिलान्यास होने के बाद निर्माण शुरू होगा।
- कुंवर अनुपम सिंह, सेनानायक, छठी वाहिनी पीएसी मेरठ।