आदेशो की धज्जियां उड़ाते हुए दुकानदार कर रहे हैं प्रतिबंधित पॉलिथीन का उपयोग
कैराना। क्षेत्र मे प्रतिबंध के बावजूद भी पॉलिथीन की बिक्री अपनी चर्म सीमा पर है। सरकार द्वारा पूरे उ.प्र में दो अक्तूबर 2019 से सभी प्रकार के पॉलिथीन से बने समान की बिक्री व उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था। पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगने के बावजूद भी क्षेत्र में नियमों को ताक में रखकर पॉलिथीन बने समान को बेचा जा रहा है।
नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पॉलिथीन पर किसी तरह की कोई ठोस कार्यवाही न होने से यहां धड़ल्ले से इनका प्रयोग किया जा रहा है। प्रतिबंधित पॉलिथीन के खिलाफ नगर पालिका परिषद कैराना द्वारा समय-समय पर सघन चेकिंग अभियान चलाकर प्रतिबंधित सामान जब्त कर जुर्माना भी वसूला गया था, लेकिन 02 अक्तूबर 2019 के बाद से इस प्रतिबंध के मद्देनजर पुलिस प्रशासन की तरफ से जिस तरह की कार्यवाही की जानी चाहिए थी, वह शिथिल पड़ गई है। बल्कि नगर मे खुलेआम सडक किनारे लोग, सब्जी वाले,दुकानदार, इसका खुलेआम प्रयोग कर रहे है। प्रदेश सरकार ने दो अक्तूबर के बाद पॉलीथिन के कुछ सामानों पर्यावरण प्रदूषण के चलते पूर्ण रुप से प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, गली मोहल्लों एवं चौराहे पर पड़े कूड़े के ढेर पर पॉलीथिन ही पॉलीथिन नजर आ रही है।
पुलिस एवं प्रशासन की लापरवाही के चलते सरकार के मंसूबों पर पानी फिर रहा है। प्रतिबंध लगे हुए ढाई वर्ष पश्चात भी अधिकतर दुकानदार प्रतिबंध के बावजूद प्लास्टिक की पॉलिथिन सामान दे रहे हैं, लाख कवायद के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों सहित नगर के पॉलीथिन के उत्पादों की बिक्री पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। कहीं चोरी-छिपे तो कहीं खुलेआम पॉलीथिन परचून व मिष्ठान के सामानों सहित सब्जियों को दुकानदार दिया जा रहा है। यही नहीं नगर के बाजारों व चौहारो आदि पर दुकानदार आदि खुलेआम अपना सामान रखकर बेच रहे है।