भाईचारा और साहार्द के साथ मनाए बकरीदः हाजी नसीम मंसूरी


कैराना। सामाजिक संस्था अंजुमन खिदमत-ए-खल्क के संस्थापक हाजी नसीम मंसूरी ने मुसलमानों से अपील की है कि वह ईद-उल-अजहा का त्योहार आपसी भाईचारा और सौहार्द के साथ मनाए। त्योहार पर कुर्बानी करके अवशेषों को गड्ढे में दफनाएं, ताकि दूसरे धर्मों के लोगों की भावना आहत न हो।
   समाजसेवा में अग्रणी भूमिका निभाने वाली अंजुमन खिदमत-ए-खल्क कैराना के संस्थापक हाजी नसीम मंसूरी ने कहा कि त्योहार का उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं, बल्कि खुशियां बांटने का होता है। ईद-उल-अजहा का त्योहार रविवार को है, जिसमें तीन दिन तक मवेशियों की कुर्बानी दी जाती है। कुर्बानी का उद्देश्य अल्लाह की रजा और हजरत इब्राहीम की सुन्नत को कयामत तक जिंदा रखना है। उन्होंने कहा कि मवेशियों की कुर्बानी सार्वजनिक एवं खुले स्थानों पर करने से बचें तथा अवशेषों को इधर-उधर न फेंका जाए, बल्कि अवशेष गड्ढे में दबा दिए जाएं। इससे किसी दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमें आपस में भाईचारा और सौहार्द को बरकरार रखना है।