कैराना। प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ मे पोषण माह सितम्बर योजना के तहत सहायक अध्यापिका रीता चौहान ने उपस्थित बच्चों और रसोई माताओ को उत्तम स्वास्थ्य के लिए स्वछता और पोष्टिकता का महत्व समझाते हुए बताया कि शौच जाने के बाद और खाना खाने से पहले अच्छी तरह साबुन से हाथ अवश्य धौने चाहिए और रसोइमताओ को भी खाना बनाने से पहले साबुन से अच्छी तरह हाथ धोने चाहिए।
उन्होंने बताया कि बच्चों को समय समय पर अपने नाख़ून काटते रहना चाहिए और बाल भी छोटे रखना चाहिए। हमे बासी और खुले मे रखा भोजन नही खाना चाहिए। और पानी भी ताजा ही पीना चाहिए। आपको विद्यालय मे मिड डे मिल योजना के तहत जो खाना मिलता है उसका मीनू रसोई पर लिखा है । भोजन की पोष्टिकता के हिसाब से खाने का मीनू तय है। जैसा की आज सोमवार है तो आपको खाने मे फल के रूप मे केला मिला है। केला एक अच्छा पौष्टिक आहार है और इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है जो काम करने की शक्ति मे लाभदायक है।
उन्होंने आगे बताया कि हफ्ते मे दो दिन दाल मिलती है। दालों मे प्रोटीन भरपूर मात्रा मे होता है जो बच्चों की लम्बाई बढ़ाने मे मदद करता है । सभी हरी सब्जियों मे खनिज लवण होता है जो रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। देखने मे आया है की कुछ बच्चे सब्जी कम खाते हैं। और कुछ उसमे डाली गयी सोयाबीन की गोली भी निकाल देते है। ये आदत सरा सर गलत है। दूध एक सम्पूर्ण आहार है।