आयोग से जुडे अधिकारियों के अनुसार 18 नवंबर को निकाय चुनाव की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। उसके बाद नगर विकास विभाग की ओर से सभी निकायों में पार्षद चुनाव के लिए वार्डों में आरक्षण निर्धारण किया जाएगा। साथ ही नगर पालिका परिषद चेयरमैन, नगर पंचायत अध्यक्ष और नगर निगम महापौर के लिए आरक्षण निर्धारित किया जाएगा।
नवंबर के तीसरे सप्ताह तक आरक्षण निर्धारित होने के बाद उसकी सूचना आयोग को दी जाएगी। उसके बाद आयोग निकाय चुनाव का कार्यक्रम तय कर विभाग को भेजेगा। विभाग की मंजूरी के बाद आयोग की ओर से निकाय चुनाव के कार्यक्रम की अधिकृत घोषणा की जाएगी।
आयोग की ओर से दिसंबर के दूसरे से तीसरे सप्ताह के बीच चुनाव कराने की तैयारी की जा रही है। उल्लेखनीय है कि नगर विकास विभाग ने सभी निकायों से 4 नवंबर तक आरक्षण का प्रस्ताव मांगा है।
उधर, यह भी खबर है कि उत्तर प्रदेश में इस बार नगरीय निकाय चुनाव दिसम्बर में चार चरणों में करवाए जाने की तैयारी है। राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार इन चुनावों की मतगणना जनवरी के पहले हफ्ते में होगी। पिछली बार वर्ष 2017 में नवम्बर में चार चरणों में यह चुनाव करवाये गये थे और दो दिसम्बर को मतगणना हुई थी। इस बार चुनाव जनवरी के पहले पखवारे तक सम्पन्न करवाया जाना जरूरी है।