जेल अधीक्षका डॉक्टर अदिति श्रीवास्तव व जेलर शैलेंद्र प्रताप सिंह जुझारू मेहनती अधिकारी होने के साथ-साथ रचनात्मक एवं प्रेरक कार्यों को दे रहे बढ़ावा
बिजनौर। जेल को बंदी सुधार ग्रह की ओर अग्रसर करने की भावना से जेल अधीक्षका डॉक्टर अदिति श्रीवास्तव व जेलर शैलेंद्र प्रताप सिंह द्वारा समय-समय पर सराहनीय कार्य को अंजाम दिया जा रहा है उनकी यह मुहिम धीरे धीरे रंग लाती हुई दिखाई दे रही है। डॉक्टर अदिति श्रीवास्तव व जेलर शैलेंद्र प्रताप सिंह एक जुझारू मेहनती अधिकारी होने के साथ-साथ रचनात्मक एवं प्रेरक कार्यों को बढ़ावा देने वाले हैं।इन दोनों अधिकारियों ने जेल की परिभाषा को बहुत अल्प समय में बदल कर रख दिया है इन्होंने बंदियों के कल्याण के लिए कई कार्यों को प्रारंभ किया जिन्हें बन्दियों ने खूब सराहा और बाहर भी इनके कार्यों की प्रशंसा की जा रही है।
      मंगलवार को जेल अधीक्षका डॉक्टर अदिति श्रीवास्तव व  जेलर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बंदियों के उत्थान के लिए एक केम्प का आयोजन जनजागृति सृजन वेलफेयर फाउंडेशन गाजियाबाद संस्था के सौजन्य से जिला कारागार बिजनौर में निरुद्ध बंदियों के नैतिक एवं मानसिक उत्थान हेतु आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें संस्था की सदस्यगण रीता मक्कड़ छवि बंसल तथा रमा द्वारा बंदियों को ओमकार का उच्चारण कराया गया तथा सनातन धर्म से सम्बंधित जानकारी प्रदान की गयी। उनके द्वारा व्यक्ति के कर्म व ज्ञानेन्द्रियों को नियंत्रित करने के लिए  सर्वप्रथम मन को वश में करने की आवश्यकता बताई गई। इस हेतु ध्यान व प्राणायाम को नित्यप्रति अपने दैनिक जीवन मे अपनाने की सलाह दी गई। संस्था के सदस्यों द्वारा इस अवसर पर भजन कीर्तन आदि प्रस्तुत कर सम्पूर्ण आयोजन को भक्ति भावना से ओतप्रोत कर दिया इसके अतिरिक्त संस्था के द्वारा बन्दियों के हितार्थ श्रीमद्भागवत गीता व एकादशी व्रत की पुस्तकों को वितरित किया गया। साथ ही कार्यक्रम के समापन पर बन्दियों को परसाद स्वरूप मिष्ठान वितरण किया गया। 
            इस अवसर पर करापाल शेलेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा आस्था व भक्तिपूर्ण आयोजन के लिए अतिथि के रुप मे पधारे संस्था की बहनों को धन्यवाद किया।कार्यक्रम के अंत मे जेल अधीक्षक डॉक्टर अदिति श्रीवास्तव ने कारागार में निरूद्ध बन्दियों के नैतिक एवं मानसिक उत्थान हेतु संस्था द्वारा किए गए इस आध्यात्मिक आयोजन के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कारागार के अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।