फाइनेंस कर्मचारी से लूट का राजफाश, चार गिरफ्तार
👉 महिला निकली मास्टरमाइंड, रैकी कर अंजाम दी गई थी वारदात
👉 आरोपियों के कब्जे से नकदी, तमंचा और मोबाइल बरामद

कैराना। कांधला क्षेत्र में फाइनेंस कर्मचारी से हुई लूट की वारदात का पुलिस और एसओजी ने राजफाश कर दिया है। पुलिस ने महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 39 हजार की नकदी, तमंचा और मोबाइल बरामद किया है। आरोपी महिला वारदात की मास्टरमाइंड है, जिसने लूट की योजना बनाकर रैकी कराने के बाद वारदात को अंजाम दिलाया था। पुलिस अग्रिम कार्यवाही में जुट गई है।
     पुलिस उपाधीक्षक कैराना अमरदीप मौर्य ने मंगलवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि गत 10 मार्च को कांधला थाना क्षेत्र में नहर पटरी पर हरियाणा के पानीपत जिले के सनौली की माइक्रोफाइनेंस शाखा के कर्मचारी फारूक से 60 हजार रुपये की नकदी, मोबाइल और बैग लूट लिया गया था। वारदात के संबंध में पुलिस ने पीड़ित की ओर से अज्ञात के विरूद्ध अभियोग दर्ज किया था और आरोपियों की यथाशीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित कराये जाने हेतु पुलिस टीमों को लगाया गया था। कांधला थाना प्रभारी श्यामवीर सिंह और एसओजी प्रभारी वीरेंद्र कसाना की संयुक्त टीम ने आयशा व साबिर निवासीगण गांव नाला कांधला को उनके घर तथा नदीम और वाजिद निवासीगण गांव मलकपुर कैराना हाल निवासी गांव नाला कांधला को नहर पटरी ककड़ीपुर के निकट से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से लूटी गई नकदी में से 39 हजार रुपये, एक तमंचा मय दो जिंदा कारतूस, चार मोबाइल फोन, वादी का आइडी कार्ड, थंब स्कैनर, चार्जर, बैग व पासबुक बरामद की गई है। आरोपियों का एक साथी मुस्तफा निवासी गांव मलकपुर कैराना हाल निवासी गांव नाला कांधला फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है।
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👉 आयशा ने तैयार की थी लूट की प्लानिंग
पुलिस उपाधीक्षक अमरदीप मौर्य ने बताया कि फाइनेंस कर्मचारी फारूक प्रत्येक माह की 10 तारीख को ऋण की किस्त लेने गांव नाला में आया करता था। गिरफ्तार महिला आयशा गांव की महिलाओं को एकत्र कर ऋण दिलवाने के लिए औपचारिकताएं पूरी कराती थीं। पूछताछ में पता चला है कि वारदात के एक सप्ताह पूर्व ही आयशा ने अपने चचिया ससुर के लड़के वाजिद के साथ मिलकर कर्मचारी से लूट की योजना बनाई थी। इसमें महिला ने अपने देवर साबिर, पड़ोसी नदीम और मुस्तफा को भी शामिल किया था। वारदात के दिन आयशा कुछ महिलाओं को लेकर शामली चली गई थी। साबिर घर पर ही था, जिसने कर्मचारी की रैकी की थी। इसके बाद वाजिद, नदीम और मुस्तफा ने तमंचे के बल पर लूट की थी। वारदात के अगले दिन कैराना के गांव मकलपुर में लूटी गई रकम को आपस में बांट लिया था।