बीसीपीएम के तबादले पर बिफरी आशा—संगनी
— सीएचसी में कार्य बहिष्कार कर किया धरना—प्रदर्शन, सीएमओ पर लगाए गंभीर आरोप

कैराना। सीएचसी में कार्यरत बीसीपीएम के स्थानांतरण पर ब्लॉक क्षेत्र की आशा व संगनी भड़क गई। उन्होंने कार्य बहिष्कार कर अस्पताल परिसर में धरना—प्रदर्शन किया। इस दौरान सीएमओ पर भी दुव्र्यवहार के आरोप लगाए। उन्होंने बीसीपीएम की पुर्नतैनाती के लिए आठ दिन का अल्टीमेटम दिया है।
            बुधवार को आशा कार्यकर्ती वेलफेयर एसोसिएशन की ब्लॉक अध्यक्ष बबीता के नेतृत्व में दर्जनों आशा व संगनियों ने नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में धरना—प्रदर्शन किया। इस दौरान आशाओं ने कहा कि सीएचसी में कार्यरत ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक (बीसीपीएम) आरिश खान का विभाग की ओर से वसूली के आरोप लगाकर बदनामी के तौर पर स्थानांतरण कर दिया है। जबकि किसी भी आशा से कोई रुपया नहीं लिया जा रहा था। इस संबंध में वह सीएमओ कार्यालय पहुंची। जहां उन्होंने सीएमओ से बीसीपीएम के स्थानांतरण पर रोक लगाने की मांग की। आरोप है कि सीएमओ ने दुव्र्यवहार किया और उन पर अंगुली उठाई गई। इसके बाद उन्होंने अपनी मांगों को लेकर एक दिन पूर्व एडीएम को पत्र दिया।
      वहीं, आशाओं ने चिकित्साधीक्षक डॉ. शैलेंद्र चौरसिया से भी उनके कक्ष में पहुंचकर वार्ता की तथा उन्हें अपने साथ हुए बर्ताव से अवगत कराया। चिकित्साधीक्षक ने धरना समाप्त कर कार्य पर लौटने को कहा, लेकिन वें अपनी मांगों पर अडिग रही। आशाओं ने बीसीपीएम के स्थानांतरण पर रोक नहीं लगने तक कार्य बहिष्कार एवं धरना—प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दी। वहीं, आशाओं ने दोपहर करीब तीन बजे बीसीपीएम की पुर्नतैनाती के लिए आठ दिन का समय देते हुए धरना समाप्त कर दिया है।
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भाजपा एमएलसी पर भी आरोप, निकाली भड़ास
ब्लॉक अध्यक्ष बबीता ने बताया कि वह एक दिन पूर्व भाजपा एमएलसी के यहां भी पहुंची थी। आरोप है कि एमएलसी ने मातृशक्ति की परवाह किए बगैर उन्हें बुरा—भला कहा और बीसीपीएम के तबादले को लेकर मामला विशेष संप्रदाय से जोड़ा गया। उन्होंने एमएलसी पर खूब भड़ास निकाली। यह भी आरोप लगाया कि उनके मोबाइल से एमएलसी के असिस्टेंट की ओर से वीडियो भी डिलीट की गई और अभद्र व्यवहार अपनाया गया। इसके अलावा जात—बिरादरी की बात करने का भी आरोप लगाया गया है।