दीन के लिए इमाम हुसैन ने दी कुर्बानी


— छोटे इमाम बारगाह में मौलाना तंजीम हैदर ने किया संबोधन
— हजरत इमाम हुसैन के पद्चिह्नों पर चलने का आह्वान
कैराना। नगर के छोटे इमाम बारगाह में मोहर्रम की मजलिस के दौरान हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के 72 जानिसारों को याद किया गया। इस अवसर पर इमाम हुसैन के पद्चिह्नों पर चलने का आह्वान किया गया।
         मोहर्रम की 1 तारीख बृहस्पतिवार की देर रात नगर के मोहल्ला अंसारियान स्थित छोटे इमाम बारगाह में शिया समुदाय द्वारा मजलिस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बरेली के सेथल से आए मौलाना तंजीम हैदर ने कहा कि पवित्र कुरआन इंसानियत की हिदायत की किताब है। हमें कुरआन की अधिक से अधिक तिलावत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन घरों में पवित्र कुरआन की तिलावत होती है, वहां अल्लाह ताला की रहमतें बरसती है तथा इंसान के तमाम कष्ट दूर हो जाते हैं। मौलाना ने आगे कहा कि हजरत इमाम हुसैन पर कर्बला के मैदान में जुल्मों की इंतहा की गई है। 
        उन्होंने दीन की रक्षा के लिए अपनी जान न्यौछावर की। इस अवसर पर हजरत इमाम हुसैन के पद्चिह्नों पर चलने का आह्वान किया गया।
      कार्यक्रम के दौरान कुर्रत मेहदी ने सोजख्वानी, बाकर जैदी ने मर्सिया ख्वानी, वसीहैदर साकी व कौसर जैदी ने पेशख्वानी तथा गुलजार जैदी ने नोहख्वानी की। इस दौरान अली अब्बास जैदी, गुलजार जैदी, अलीगोर जैदी, सरवर हुसैन, रजी हैदर, जफर अब्बास, मुमताज अली, काजिम हुसैन, शाहिद हुसैन, अलमदार हुसैन, अजहर हुसैन व मेहरबान अली आदि मौजूद रहे।
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