केवट प्रसंग व भरत मिलाप की लीला का मंचन
कैराना। कस्बे की गौऊशाला भवन में चल रहे श्रीरामलीला महोत्सव में दसवें दिन केवट प्रसंग व भरत मिलाप की लीला का मंचन किया गया।
      मंगलवार रात मंचन में राम का सीता व माता कौशल्या के साथ संवाद दिखाया जाता है, जिसमें वे वन जाने का पूरा घटनाक्रम सुनाते हैं। ये सुनते ही माता कौशल्या मूर्छित हो जाती हैं। सीता व लक्ष्मण भी उनके साथ वन जाने का निर्णय करते हैं। वनवासियों के वस्त्र धारण करके तीनों वन की ओर प्रस्थान करते हैं। उनके पीछे-पीछे अयोध्यावासी और मंत्री सुमंत भी चलते हैं।               उधर, तमसा नदी किनारे पहुंचते ही राम लक्ष्मण, सीता सभी अयोध्यावासियों को सोता छोड़कर आगे चले जाते हैं। केवट राम-लक्ष्मण-सीता को गंगा पार कराते हैं और सीता गंगा मैया से प्रार्थना करती हैं।
     उधर, पुत्र मोह में व्याकुल राजा दशरथ को जाकर सुमंत जब सारा वृतांत बताते हैं तो वह अपने प्राण त्याग देते हैं। जब ये खबर दूत भेजकर अपने ननिहाल केकैपुर जा रहे भरत शत्रुघ्न को बताई जाती है, तो वो बहुत व्याकुल होते हैं और राम लक्ष्मण से मिलने के लिए अपनी माताओं के साथ और गुरु वशिष्ठ के साथ वन जाते हैं। इस दौरान श्री रामलीला कमेटी कैराना के अध्यक्ष जयपाल सिंह कश्यप एडवोकेट, महासचिव आलोक गर्ग, सभासद शगुन मित्तल एडवोकेट, संजू वर्मा व अभिषेक गोयल आदि मौजूद रहे।
....................