कैराना। प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ मे उपस्थित सभी 88 बच्चों को एल्बेंडाजोल 400 एमजी टेबलेट मिड डे मिल खाने के बाद खिलायी गयी।
शुक्रवार को सहायक अध्यापिका रीता चौहान ने बच्चों को समझाया की अक्सर बढ़ते हुए बच्चों में हाइजीन की कमी की वजह से पेट में कीड़े हो जाते हैं। बच्चे जमीन से लेकर मिट्टी और तमाम तरह की चीजों को छूते हैं और उसे मुंह में डालते हैं। कई बार तो दांत निकलते वक्त बच्चे अपने हाथ को, उंगलियों को मुंह में डाले रहते हैं। जिसकी वजह से हाथों की गंदगी पेट में चली जाती है और कीड़े पनपने लग जाते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि पेट में कीड़े व्यक्ति के पेट से खून में और खून से शरीर के किसी भी हिस्से में पहुंच सकते हैं और शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। पेट के कुछ कीड़े लाल रक्त कोशिकाओं को अपना भोजन बनाते हैं, जिससे व्यक्ति एनीमिया का शिकार हो सकता है। पेट के कीड़े आपका भोजन खा जाते हैं, जिससे वजन तेजी से घटने लगता है। और बच्चे कमजोर हो जाते हैं। जैसा की हम जानते हैं स्वस्थ मस्तिष्क स्वस्थ शरीर मे निवास करता है। इसलिए हमे कोई भी कार्य करने के बाद, शौच जाने के बाद तथा खाना खाने से पहले हमे साबुन से अच्छी तरह हाथ धोने चाहिए जिससे हम स्वस्थ रह सकें । इस अवसर पर समस्त स्टाफ का सहयोग रहा।
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