कैराना में निकाला गया हर्षोल्लास के साथ काल जुलूस

कैराना (शामली)। कर्ण की नगरी कहा जाने वाला कैराना में एक अलग ही परंपरा देखने को मिलती है, जिसमें श्री रामलीला कमेटी कैराना के तत्वावधान में काल जुलूस पूरे हर्षोल्लास के साथ निकाला गया। और पुलिस फ़ोर्स के साथ काल हाथो में लकड़ी की तलवार लेकर आमजन को दौड़ा-दौड़ाकर मारता रहा यह जुलूस नगर के बाजार और गली मोहल्ले में रहा। 
      बता दें कि नगर में रामलीला का कार्यक्रम रात्रि शुरू हो चुका है,श्री रामलीला के शुभारंभ पर एक किरदार मौत का देवता काल भी है। काल का ही दूसरा नाम मौत है। दशकों से कैराना में श्री रामलीला का मंचन किया जाता है। इस दौरान रामलीला प्रारंभ होने पर लंकापति रावण मौत को अपने बस में करने का प्रयास करता है,लेकिन इस बात को देखकर देवी देवता भी सोचने पर मजबूर हो जाते है।  
    वहीं, मौत का देवता काल तीनों लोकों ने त्राहि-त्राहि मचा देता है। रावण अपने पुत्र मेघनाथ को काल को बंदी बनाने का आदेश देता है। काल नाटय का मंचन नगर में हकीकत में दिखाया जाता है। एक युवक का पूरा शरीर काले रंग में रंग दिया जाता है। जिसे काल का रूप कहा जाता है। काल हाथों में तलवार लेकर कस्बे के बाजारों में युवकों के आगे पीछे दौड़कर उन्हें तलवार मारता है। 
   शनिवार को भी श्री रामलीला कमेटी ने काल का जुलूस निकला यह जुलूस नगर की गौऊशाला भवन से शुरू हुआ,जिसके बाद लगभग 4 घंटे तक बाजार में काल दौड़ता रहा, इतना ही नही काल जुलूस में शामिल होने के लिए मुजफ्फरनगर, शामली सहारनपुर, दिल्ली सहित आदि जगह से लोग शामिल हुए। बाद में लंका पति रावण के पुत्र  मेघनाथ रथ पर सवार होकर आए और काल मेघनाथ के बीच भयंकर युद्ध हुआ। बाद में मेघनाथ काल को बंदी बनाकर रावण के दरबार में ले गया। उधर, इस जुलूस में कोतवाली कैराना पुलिस की टीम सादे कपड़ों में भी तैनात रही।
..........
Comments