मामौर झील से राहत देने की जुगत, किसानों को मिलेगा लाभ

शामली: गंगा नमामि प्रोजेक्ट के तहत कैराना की मामौर झील से किसानों को राहत देने की कवायद की जा रही है। जल निगम ने राजस्व टीम के साथ मामौर झील क्षेत्र का निरीक्षण कर निकासी के पानी की खपत के लिए विकल्प की देखभाल की गई।



अक्टूबर में गंगा नमामि प्रोजेक्ट के ज्वाइंट सेक्रेट्री टीम के साथ मामौर झील पर पहुंचे थे। उन्होंने निरीक्षण कर किसानों से बातचीत की थी तथा कैराना की निकासी के गंदे पानी को सिंचाई योग्य बनाने के लिए पंजीठ गांव के निकट सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का प्रस्ताव रखा गया था। अब जल निगम प्लांट के साथ ही कुछ और बेहतर विकल्प तलाशने में लग गया है। इसी को लेकर जल निगम के अधिशासी अभियंता आरके जैन राजस्व टीम के साथ मामौर झील पर पहुंचे। जहां उन्होंने निकासी के गंदे पानी की खपत के लिए विकल्प की खोज की। बताया जा रहा है कि जल निगम कैराना की निकासी के पानी की मामौर झील से अलग ही खपत करना चाहता है, क्योंकि आए साल झील के ओवरफ्लो होने के कारण किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो जाती थी। जल निगम के अधिशासी अभियंता आरके जैन ने बताया कि कैराना की निकासी के पानी की खपत के लिए और बेहतर विकल्प तलाशा जा रहा।