कैराना मीट प्लांट में कटान के लिए ले जा रहे थे भैंसों के बच्चे, कैंटर खाई में गिरने से तीन की मौत


शामली: कैराना में मानकों को ताक पर मीट प्लांट धड़ल्ले से संचालित हो रहा है। मीट प्लांट में ले जाए जा रहे भैंसों के लुआरुओं से भरा एक केंटर अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया। इसमें तीन लुआरुओं की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लुआरु गंभीर रूप से घायल हो गए। केंटर में करीब 70 लुआरु मौजूद थे। पुलिस ने चालक व परिचालक को हिरासत में ले लिया है।
   रविवार को कांधला की ओर से एक लुआरुओं (भैंसों के बच्चे) से भरा हुआ केंटर कैराना की ओर आ रहा था। जब केंटर ऊंचागांव में पुलिस चौकी के निकट पहुंचा, तभी केंटर चालक संतुलन खो बैठा और केंटर खाई में जा गिरा। हादसे में तीन लुआरुओं की मौत हो गई। जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक लुआरु गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाकर घायलों का इलाज शुरू कराया। मौके से पुलिस ने चालक व परिचालक को हिरासत में ले लिया है। पुलिस पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है।


मीट प्लांट में जाने थे लुआरु
केंटर चालक ने बताया कि उसे केंटर को लेकर कैराना में स्थित मीट प्लांट में जाना था, जहां पर लुआरु उतारे जाने थे। आसपास के लोगों की मानें तो केंटर में करीब 70 से अधिक लुआरु ठूंस-ठूंस कर भरे हुए थे और उन्हें बांधा हुआ था। लुआरुओं के बांधे जाने के कारण ही उनकी मौत होना बताया जा रहा है।


बच्चों का भी होता है कटान
मीट प्लांट में तमाम नियम-कायदों को ताक पर रखकर कटान किया जाता है। वैसे तो प्लांट में दूधमुंहे बच्चों, गर्भवती पशु व प्रतिबंधित पशुओं पर पूर्णतः प्रतिबन्ध है, लेकिन यहां बच्चों का कटान भी धड़ल्ले से किया जा रहा है। केंटर चालक ने भी हादसे का शिकार हुए केंटर में बच्चों के भी मीट प्लांट में जाने का खुलासा किया है। वैसे जब-तब मीट प्लांट पर कार्रवाई की बात आती है तो खानापूर्ति की जाती रही है।