जिला अस्पताल शामली का डीएम ने किया औचक निरीक्षण

 









 

शामली। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने जिला अस्पताल शामली का औचक निरीक्षण किया। 

            बृहस्पतिवार को निरीक्षण के दौरान आई वार्ड में गन्दगी मिलने से उन्होंने नाराजगी जताई ।साथ ही, उन्होंने चिकित्सा प्रभारी  को साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में रंगाई-पुताई कराने सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जानकारी प्राप्त करते हुए पाया कि जननी सुरक्षा योजना में इमराना पति रहमान, निवासी टपराना का पेमेंट 8 महीने से नहीं हुआ है है। जिस पर जिलाधिकारी ने बाबू को व चिकित्सा प्रभारी को  कड़ी फटकार लगाई । साथी  जांच के निर्देश दिए । इससे पूर्व उन्होंने आईसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। संक्रामित रोग तथा संचारी रोग  की रोकथाम हेतु वार्ड बनाने के निर्देश दिए। 

          उन्होंने निरीक्षण के दौरान 108 व 102 कक्ष में ताला लगा पाया।जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की ।उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी  को निर्देश देते हुए कहा कि 108 व 102 कक्ष  24 घंटे खुला रहे हैं।  इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जिला हॉस्पिटल के खुलने की जानकारी ली।साथ ही डेन्टल सर्जन कक्ष, नेत्र परिक्षण कक्ष, रक्त संग्रह केन्द्र, पुरूष वार्ड, आयुष्मान वार्ड, टीकाकरण कक्ष में रजिस्टर का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश  दिए। इसी दौरान जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल में मौजूद मरीजों से दवाई सहित अन्य सुविधाओं के मिलने की जानकारी प्राप्त की।

       इसी दौरान उन्होंने लैब में निरीक्षण के दौरान सम्बन्धित डाॅक्टर से जानकारी प्राप्त की तो डॉक्टर ने बताया कि इस लैब में 12 प्रकार के चैकप होते है। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिला अस्पताल में 63 चैकप होने चाहिए। जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर संजय भटनागर ने अवगत कराया कि जिला अस्पताल पर जल्द ही ओटोएनएलाइजर आते ही सभी चैकप होने लगेगें। उन्होंने सम्बन्धित को निर्देश दिए कि लैब में जितने चैकप होते है उसकी लिस्ट हमारे समक्ष प्रस्तुत की जायें। उन्होंने एचआईवी किट, एचवी किट व अन्य का अवलोकन किया। 

       उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि कोरोना वायरस से बचाव हेतु अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराये तथा समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोरोना वायरस से बचाव हेतु लक्षण व उपाय चस्पा कराया जाये।

      इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी संजय भटनागर, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुशील कुमार, डॉ श्रीकांत शर्मा, डॉ रमेश चंद्र, डॉ दीपक कुमार, डॉ विजेंद्र कुमार, डॉ अशोक कुमार सहित आदि उपस्थित रहें।



 


 




 


 

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