नंगलाराई में युद्धस्तर पर शुरू हुआ खनन का खेल

 




 


 

- नियम-कायदों को ताक पर रखकर खनन कर रहे माफिया

 

- क्षेत्र में कोरोना फैलने की भी आशंका, प्रशासन अनजान

 

कैराना। यमुना खादर के नंगलाराई में एक बार फिर खनन का कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो गया है। लाॅकडाउन के बीच वैध पट्टे की आड़ में खनन माफियाओं द्वारा तमाम नियम-कायदों को ताक पर रखकर यमुना से खनन किया जा रहा है। खनन कार्य के चलते क्षेत्र के लोग कोरोना फैलने की आशंका भी जता रहे हैं। इस ओर प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

   वैसे तो कैराना तहसील क्षेत्र के अंतर्गत गांव नंगलाराई यमुना खादर में वैध बालू खनन पट्टा आवंटित किया हुआ है, लेकिन यहां तमाम नियम-कायदों को ताक पर रखकर खनन माफिया यमुना नदी का सीना छलनी करने पर तुले हुए हैं। लाॅकडाउन के बीच शासन ने सशर्त खनन करने की अनुमति दी है। इसके तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था अनिवार्य की गई है। बावजूद इसके यहां इस पर आदेशों पर कोई अमल नहीं किया जा रहा है।

      खनन माफियाओं द्वारा जहां सैनिटाइजेशन आदि की कोई व्यवस्था नहीं कराई गई है, तो वहीं भारी-भरकम मशीनों से यमुना से रेत निकाली जा रही है। ट्रकों व अन्य वाहनों से रेत को विक्रय करने के लिए दूसरे शहरों में भेजा रहा है। देखने में तो यह भी आया है कि पाॅर्कलेन मशीन से खनन माफिया यमुना की जलधारा के बीच रेत निकाल रहे हैं। यमुना के मध्य कई जगहों पर रेत के बड़े ढेर भी लगा दिए गए हैं। खनन माफियाओं के बढ़ते हौंसलों से क्षेत्र में लोग कोरोना फैलने की आशंका भी जता रहे हैं। लेकिन, प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

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रात-दिन चल रहा खनन

सूत्र बताते हैं कि यमुना नदी में रात्रि में भी बड़े पैमाने पर यमुना से खनन किया जाता है। जबकि  वैध पट्टे पर पट्टाधारक को सूर्योदय से सूर्यास्त तक खनन की अनुमति दी गई है, बावजूद इसके रात-दिन खनन का धंधा धड़ल्ले से जारी है। खनन कार्य के चलते आसपास के किसान और ग्रामीण भी परेशान आ चुके हैं।

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शिकायत हुई पर नहीं हुई कार्रवाई

पिछले दिनों नंगलाराई के ग्राम प्रधान और रामडा के ग्राम प्रधान द्वारा दोनों गांवों के ग्रामीणों के साथ में तहसील मुख्यालय पर खनन के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था। उन्होंने गलत तरीके से खनन की शिकायत भी संपूर्ण समाधान दिवस में की थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यमुना से रात-दिन खनन किया जा रहा है। उन्होंने बाढ की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन, आजतक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।