मामोर में खनन का खेल, नियम कायदे ताक पर, प्रशासन की नाक के नीचे खनन का खेल जारी
- मंडावर मे भी जारी है अवैध खनन का खेल
कैराना। वैध पट्टे की आड़ में खनन का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है यहां खनन ठेकेदार यमुना नदी का सीना चीर खनन करने में जुटे हैं। प्रदेश में पुनः योगी सरकार आने के बाद अभी खनन माफियाओं के विरुद्ध सख्ती देखने को नहीं मिली है। जिससे माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। इस अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए सरकार ने नियमानुसार कैराना क्षेत्र में पट्टे आवंटित किए हैं लेकिन यहां खनन ठेकेदार पट्टे की आड़ में नियमों को ताक पर रखकर यमुना नदी का सीना चीरते हुए अनुमति से ज्यादा खनन कर रहे हैं। इतना ही नहीं हालात ये हैं कि रात गहराते ही यमुना नदी में भारी भरकम मशीन खनन में लग जाती हैं और दर्जनों डंफर सुबह होने तक सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं। यह पूरा खेल खनन विभाग और पुलिस की साठ-गांठ से चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सत्ता संभालने के साथ ही अवैध पशु कटान,भूमाफियाओं और खनन माफियाओं पर शिकंजा कसने को प्राथमिकता में रखा था। सरकार बनने के शुरुआती कुछ माह तक खनन पर प्रतिबंध भी रहा। लेकिन फिर सेटिंग के खेल में धीरे धीरे शुरू हो गया था।इस बीच जब खनन पर सख्ती के फरमान जारी हुए तो कैराना में अवैध रूप से चला रहे खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया था और खनन माफिया भूमिगत हो गए थे। बाद में सरकार ने 5 वर्ष के पट्टे आवंटित कर दिए नियम और शर्तों के आधार पर खनन करने की अनुमति दी। लेकिन तभी से खनन ठेकेदार अनुमति को ताक पर रख यमुना नदी का सीना चीरते आ रहे हैं और दिन-रात खनन कर रहे हैं।
हालांकि, सरकार दोबारा से प्रदेश में आई लेकिन खनन ठेकेदारों पर इसका कोई खासा असर नहीं देखने को मिल रहा है।
सरकार द्वारा कैराना में खनन पॉइंट के पट्टे आवंटित है लेकिन सरकार ने ठेकेदारों को एनजीटी के आदेश शर्तों के आधार पर नियम अनुसार खनन करने की अनुमति दे रखी है। लेकिन खनन ठेकेदार सारे नियमों को ताक पर रख खनन करने में जुटे हैं साथ ही साथ आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन खनन पर जाकर औपचारिकता निभाते हुए जांच कर कार्यवाही के नाम पर अपना पल्ला झाड़ लेता है।
बता दें कि कैराना तहसील क्षेत्र के गांव मामोर मे तो यहां सरकार द्वारा 5 वर्ष हेतु पट्टे को छोड़ा गया है जहां सरकार ने नियम अनुसार खनन करने की इजाजत दे रखी है लेकिन खनन ठेकेदार सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए दिन-रात खनन करने में जुटे हैं इतना ही नहीं यमुना नदी पर पुलिस चौकी के सामने से ही खनन ठेकेदारों के और लोड डंपर दौड़ते नजर आ रहे हैं। लेकिन पैसे की चमक के कारण पुलिस-प्रशासन की कार्यवाही भी सिफर नजर आ रही है, कई बार ग्रामीणों ने ठेकेदारों के विरुद्ध शिकायत की लेकिन प्रशासन की मिलीभगत के कारण शिकायतों को दरकिनार कर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। यहां यमुना नदी की धारा को भी प्रभावित करते हुए ठेकेदार भारी भरकम मशीनों से नियम ताक पर रख खनन करने में जुटे हैं इतना ही नहीं ठेकेदार रात के अंधेरे में भी खनन करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
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यह है एनजीटी के आदेश और गाइडलाइन
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने पानी के अंदर से रेत खनन पर प्रतिबंध लगा रखा है। जिससे नदियों का इकोसिस्टम बना रहे और पानी के अंदर जीव-जंतुओं का विकास प्रभावित नहीं हो। लेकिन सूत्र बताते हैं कि कैराना क्षेत्र के गांव मामोर व मंडावर में खनन ठेकेदार यमुना के अंदर से ही भारी भरकम मशीनों से रेत उठा रहे हैं
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कैराना के मंडावर गांव में खनन का खेल
कैराना। कैराना के खादर क्षेत्र में गांव मामोर के अलावा मंङावर आदि में सरकार द्वारा नियम के साथ खनन करने के पट्टे आवंटित कर रखे हैं। लेकिन इन खनन प्वाइंटों पर ठेकेदारों के इशारों पर प्रशासन की शह पर खनन का खेल चल रहा है।