नाहिद हसन को चित्रकूट जेल भेजने से समर्थक मायूस
👉  विधायक के जेल स्थानांतरण पर समर्थकों ने जताई नाराजगी
👉 -चित्रकूट जेल को बताया असुरक्षित, राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग

कैराना। गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में मुजफ्फरनगर जेल में बंद सपा विधायक चौधरी नाहिद हसन का मंगलवार देर रात चित्रकूट जेल में स्थानांतरण कर दिया हैं। वहीं, सपा विधायक को चित्रकूट जेल भेजे जाने के बाद से उनके समर्थक को में नाराजगी बनी हुई हैं। सोशल मीडिया पर विधायक के चित्रकूट जेल भेजे जाने पर सवाल उठाए जा रहें हैं तथा विधायक के लिए चित्रकूट जेल को असुरक्षित बताया गया हैं।
         बता दें कि करीब डेढ़ साल पहले कैराना पुलिस ने समाजवादी विधायक नाहिद हसन व उनकी माता पूर्व सांसद तबस्सुम हसन सहित 40 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट लगाई थी। 15 जनवरी को पुलिस ने विधायक नाहिद हसन को गिरफ्तार कर लिया था। जहां से उन्हें कोर्ट ने मुजफ्फरनगर जिला कारागार भेज दिया था। उनकी जमानत के लिए लगातार न्यायालय में अपील की जा रहीं हैं, लेकिन 7 माह से उनके विरुद्ध चल रहें गैंगस्टर एक्ट के मुकदमें पर सुनवाई तक नहीं हो सकी। जेल में रहते हुए ही उन्होंने विधानसभा 2022 के चुनाव में कैराना से जीत हासिल की थी। 7 माह से अधिक समय से सपा विधायक नाहिद हसन मुजफ्फरनगर जिला कारागार में बंद थे। 
    बताया गया हैं कि मंगलवार की रात करीब 9 बजे अचानक सपा विधायक नाहिद हसन का मुजफ्फरनगर जिला कारागार से करीब 700 किलोमीटर दूर चित्रकूट जेल के लिए स्थानांतरण कर दिया गया। विधायक की छोटी बहन इकरा हसन ने बताया कि रात के समय गुपचुप तरीके से जेल प्रशासन ने कैराना विधायक भाई नाहिद हसन का चित्रकूट जेल के लिए चालान लगा दिया गया। दिन में एसएसपी और जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर के द्वारा जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया गया था और रात में चालान लगा दिया गया। उन्होंने दुआ की भी अपील की।
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👉 चित्रकूट जेल में कुख्यात बदमाशों की हो चुकी हैं हत्या
7 मई 2021 को चित्रकूट जेल में कुख्यात बदमाशों मुकीम काला, सिराज व अंशुल दीक्षित के बीच हुई गैंगवार में तीनों बदमाशों की मौत हो गई थी। तभी से चित्रकूट जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए थे। अब जिस तरह समाजवादी विधायक नाहिद हसन को चित्रकूट भेजा गया है, उससे उनके परिवार व समर्थकों को विधायक की सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है।
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👉 700 किलोमीटर दूर है चित्रकूट जेल
विधायक नाहिद हसन के अचानक देर रात जेल स्थानांतरण पर उनके समर्थकों में रोष बना हुआ हैं। बताया गया हैं कि जनपद चित्रकूट की जेल कैराना से करीब 700 किलोमीटर दूर हैं, जिसका सफर करीब 13 घंटे का बताया गया है।
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👉 देर रात तक घनघनाते रहे मोबाइल
कैराना विधानसभा सहित पश्चिम उत्तर प्रदेश में हसन परिवार की अच्छी पकड़ मानी जाती है। समाजवादी विधायक नाहिद हसन के केस की सुनवाई हो या उनके जेल जाने तक के सफर पर हर किसी की बारीकी से नजर बनी हुई हैं। जैसे ही मंगलवार की रात कड़ी सुरक्षा के बीच विधायक को मुजफ्फरनगर जिला कारागार से चित्रकूट के लिए पुलिस का जत्था रवाना हुआ, तभी उनके समर्थकों को विधायक के जेल स्थानांतरण की सूचना पहुंच गई। उनकी बहन इकरा हसन ने बताया कि न तो जेल प्रशासन और ना ही प्रशासन ने उनको विधायक के जेल स्थानांतरण की जानकारी दी। अचानक विधायक के जेल शिफ्ट होने को लेकर हर कोई चिंतित हैं। रातभर विधायक के जेल स्थानांतरण के बारे में उनके समर्थक एक दूसरे से फोन पर जानकारी लेते रहे।
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👉 सरकार पर लगाया भेदभाव रवैया अपनाने का आरोप
एक नेता व अन्य समर्थकों ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कि कैराना लोकसभा से दो बार सांसद रह चुकी तबस्सुम बेगम व कैराना से जनता का मत लेकर विधायक बने नाहिद हसन पर सरकार भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रहीं हैं। नाहिद हसन को बीहड़ के जंगलों की जेल में भेजना सरकार का गलत निर्णय है। ट्वीट के माध्यम से राज्यपाल से अपील की गई हैं कि विधायक नाहिद हसन को वापस मुजफ्फरनगर शिफ्ट कराया जाए व मामले में हस्तक्षेप पर सम्मान के साथ रिहा किया जाएं।
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👉 जेल स्थानांतरण पर उठे सवाल
विधायक के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि एक ऐसी जेल जहां बड़े-बड़े मर्डर केस के अपराधी जाते हैं। वहां कैराना की जनता के जनप्रतिनिधि विधायक नाहिद हसन को क्यों भेजा जा रहा हैं। ऐसा कौन सा गुनाह किया हैं। क्या एक सम्मानित जनप्रतिनिधि को ऐसी जेल में ले जाना सही है। जहां की हालत ठीक नहीं हैं और ना ही कोई निगरानी हैं वहां। इसे कहते हैं तानाशाही। इंसाफ होगा देर से ही सही लेकिन होगा जरूर। आगे लिखा गया कि बुधवार सुबह 11 बजे चित्रकूट जेल में विधायक नाहिद हसन पहुंच गए हैं। विधायक गरीब मजदूरों की लड़ाई लड़ने का काम करते हैं और अब आप सब बस उनकी सलामती के लिए दुआ कीजिए।