विजय सिंह पथिक राजकीय महाविधालय में धूमधाम से मनाया गया जनजातीय गौरव दिवस

कैराना। विजय सिंह पथिक राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय,कैराना (शामली) परिसर में प्राचार्य के संरक्षण में महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में शासन के निर्देशों के अनुपालन में आज़ादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत महान जनजातीय नायक भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र/छात्राओं ने महान जनजातीय नायकों को याद किया एवं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
        मंगलवार को कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष एवं महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. राकेश कुमार ने छात्र/छात्राओं को भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान प्रदान करने वाले महान जनजातीय नायकों से प्रेरणा ग्रहण कर राष्ट्र के उत्थान में अपना योगदान प्रदान करने के लिए प्रेरित किया।
       डॉ अजय बाबू शर्मा,असिस्टेंट प्रोफेसर केमिस्ट्री विभाग ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आयोजित जनजातीय गौरव दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला तथा छात्र/छात्राओं को एक शिक्षित व जागरूक नागरिक के रूप में समाज के प्रति अपनी भूमिका के निर्वहन के लिए प्रेरित किया साथ ही उन्होंने 22 नवंबर को महाविद्यालय परिसर में आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर में रक्तदान करने के लिए छात्र/छात्राओं को जागरूक कर प्रेरित किया।      
       कार्यक्रम में वक्ता के रूप में अपने विचार प्रकट करते हुए डॉ रमेश यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दी ने छात्र/छात्राओं को श्री जयपाल मुंडा के योगदान से परिचित करते हुए बताया कि वे इतिहास के एकमात्र ऐसे जन बुद्धिजीवी एवं राष्ट्रीय नेता थे। ़़जिन्होंने भारतीय और आदिवासी अस्मिता व अधिकारों पर ब्रिटिश सत्ता के साथ साथ गैर आदिवासियों के हमलों से रक्षा करने के लिए ऑक्सफोर्ड से लेकर संविधान सभा तथा झारखंड के जंगलों से लेकर आज़ाद भारत की लोकसभा तक संघर्ष किया।
         इतिहास विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ संदीप बालियान ने छात्र/छात्राओं को जल, जंगल, जमीन तथा जनजातीय समाज की अस्मिता की रक्षा के लिए तथा ब्रिटिश शोषण व दमन के विरुद्ध संघर्ष कर अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगवान बिरसा मुंडा की वैचारिक विरासत से अवगत कराया। तृप्ति, कशिश, ईशा और तान्या आदि छत्राओं ने सिदू कान्हु,तिलका मांझी, काली बाई, नानाभाई खांट,सैंगा भाई आदि महान नायकों के जीवन और उनके योगदान के विषय में अपने विचार प्रकट किए।
          उक्त कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना (प्रथम इकाई) की कार्यक्रम अधिकारी डॉ डॉली द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय सेवा योजना (द्वितीय इकाई) के कार्यक्रम अधिकारी डॉ हरेंद्र सिंह द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।
          कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ राम कुमार, डॉ आंचल यादव, डॉ मुकेश कुमार, डॉ जय प्रकाश, डॉ दीपक का महत्वपूर्ण योगदान रहा । अंत में राष्ट्रगान के गायन के पश्चात कार्यक्रम का गरिमामयी समापन हो गया।