गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला !

 

मदरसे बोर्ड ही नहीं दारुल उलूम देवबंद सहित 9 बड़े मदरसों से भी ले सकते हैं मान्यता..

लखनऊ।  उत्तर प्रदेश के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के लिए सरकार ने संबद्धता का रास्ता खोल दिया है। सरकार ने कहा है कि जरूरी नहीं कि वह यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड से ही मान्यता लें।

         राज्य के नौ अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान ऐसे हैं, जिनकी डिग्री यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड समकक्ष है।हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा करवाए गए सर्वे में सामने आए 8500 गैर मान्यता प्राप्तम मदरसों (seminary schools ) में से तमाम मदरसे इन नौ उच्च शिक्षण संस्थानों से भी मान्यता व सम्बद्धता ले सकते हैं। इनमें नदवातुल ओलमा लखनऊ (नदवा कालेज), मदरसा बाबुल इल्म मुबारकपुरआजमगढ़, दारुल उलूम देवबंद सहारनपुर, ओरियंटल कालेज रामपुर, सुल्तानुल मदारिस लखनऊ आदि शामिल हैं।

          उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. इफ्तेखार जावेद ने बताया कि सर्वे में सामने आए 8500 गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में से तमाम मदरसे राज्य के इन नौ उच्च शिक्षण संस्थानों से भी मान्यता/सम्बद्धता ले सकते हैं। इस बारे में यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड की नियमावली में स्पष्ट उल्लेख किया गया है।

         एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि जो 8500 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं। उनसे संबंधित सारा ब्यौरा संकलित कर के रिपोर्ट बनवाई जा रही है। जल्द ही बोर्ड की बैठक होगी, जिसमें इन गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में से यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड से मान्यता लेने के इच्छुक मदरसों की सूची बनेगी, फिर उन्हें मान्यता देने के लिए नीति व मानक का निर्धारण किया जाएगा।

       मदरसा बोर्ड के चेयरमैन के अनुसार सर्वे में मिले 8500 गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में 7 लाख 55 हजार छात्र-छात्राएं और 25 शिक्षक मिले हैं। इनमें से काफी संख्या में ऐसे भी मदरसे हैं जो लम्बे अरसे से संचालित हैं। और अभी तक इन्होंने मान्यता नहीं ली है। इन सभी के उज्जवल भविष्य और बेहतर तालीम के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।