विक्की त्यागी के हत्यारोपी को न्यायालय ने दिया बालिग करार


मुजफ्फरनगर। किशोर न्याय बोर्ड मुजफ्फरनगर ने सुनवाई पूरी कर विक्की त्यागी के हत्यारोपी सागर मलिक उर्फ सागर बहावड़ी को बालिग करार दे दिया। सागर मलिक पर न्यायालय परिसर में कुख्यात विक्की त्यागी पर गोलियां बरसाकर हत्या करने का आरोप है। 2015 में किये गए विक्की त्यागी हत्याकांड के मामले में सागर पर सुनवाई इसलिए आगे नहीं बढ़ पा रही थी कि किशोर न्याय बोर्ड में उसके बालिग होने को लेकर मामला साफ नहीं हो पाया था।
कुख्यात विक्की त्यागी को 16 फरवरी 2015 को जेल से लाकर कड़ी सुरक्षा में एडीजे-10 न्यायालय में पेश किया गया था। अपरान्ह करीब ढाई बजे न्यायालय परिसर में ही अधिवक्ता बनकर आए एक सिख वेशधारी युवक ने विक्की त्यागी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी। जिसके बाद उसने मौजूद पुलिस को पिस्टल सौंपकर आत्मसमर्पण कर दिया था। गोलियां लगने से विक्की त्यागी की मौके पर ही मौत हो गई थी। उक्त मामले में विक्की त्यागी की मां सुप्रभा ने सिख वेशधारी अधिवक्ता का रूप बनाकर आए सागर मलिक उर्फ सागर बहावड़ी सहित कई अन्य के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
          विक्की त्यागी हत्याकांड के मामले में मौके से अरेस्ट हुए सागर बहावड़ी की आयु को लेकर पेंच फंस गया था। सागर के स्वजन की और से दावा किया गया था कि विक्की त्यागी हत्याकांड के समय वह नाबालिग था। सागर बहावड़ी को नैनी जेल भेज दिया गया था। जबकि स्वजन के प्रार्थना-पत्र पर उसके बालिग न होने के मामले में सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड में चल रही थी। किशोर न्याय बोर्ड के आदेश पर कुछ माह पहले तत्कालीन न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सागर की मेडिकल रिपोर्ट तलब की थी। मंगलवार को किशोर न्याय बोर्ड की ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विभा धामा ने सुनवाई पूरी कर सागर मलिक उर्फ सागर बहावड़ी के मामले में फैसला सुनाते हुए विक्की त्यागी हत्याकांड के समय उसे बालिग करार दिया।   
       20 साल तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अपराधिक दुनिया का बड़ा नाम रहे विक्रांत उर्फ विक्की त्यागी की 2015 में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शामली जनपद के बहावड़ी गांव निवासी सागर मलिक उर्फ सागर बहावड़ी को आरोपी बनाया गया था। लेकिन इससे पहले भी सागर को 11 जुलाई 2013 को कचहरी परिसर में की गई बहावड़ी के पूर्व प्रधान देवेन्द्र की हत्या में आरोपी बनाया गया था। उस समय सागर की आयु मात्र 16 वर्ष थी। मृतक पूर्व प्रधान सागर के पिता यशपाल की हत्या के मामले में तारीख पर आया हुआ था। सागर उन दिनों 10वीं का छात्र था और उसके साथ आया अजय 8वीं का। सागर के पिता यशपाल और अजय के पिता सुरेशपाल की हत्या उस समय प्रधान देवेन्द्र ने कर दी थी, जब सागर मात्र डेढ वर्ष का था। उसी मामले का बदला लेने के लिए सागर ने अपने पिता के हथियारों से ममेरे भाई अजय के साथ मिलकर पूर्व प्रधान देवेन्द्र को मार डाला था। 
      16 फरवरी 2015 को पेशी पर आए वेस्ट यूपी के डान विक्रांत उर्फ विक्की त्यागी की हत्या कोर्ट परिसर में ही गोलियों से भूनकर कर दी गई थी। इस हत्याकांड की साजिश घटना से कई माह पहले ही रची गई थी। सीबीसीआइडी जांच में सामने आया था कि हत्याकांड के लिए सागर मलिक से 50 लाख रुपये की डील हुई थी। हत्याकांड से पहले मुख्य आरोपित सागर मलिक को कई माह तक बाकायदा पिस्टल से निशाना साधने का प्रशिक्षण भी दिलाया गया था। डील किसी और ने नहीं बल्कि 4 अप्रैल 2022 को थाना भवन क्षेत्र में AK-47के साथ दबोचे गए अनिल बालियान उर्फ पिंटू माजरा ने कराई थी। सीबीसीआइडी जांच के दौरान ही पिंटू माजरा विक्की त्यागी हत्याकांड के मामले में प्रकाश में आया था।