सुजीत मुंडा को राज्य सरकार द्वारा मदद न देना शर्म का विषयः विजय शंकर नायक
रांची। वर्ल्ड कप जीतने के बाद भी सुजीत मुंडा को हेमंत सरकार के द्वारा प्रोत्साहन राशि नहीं देना एवं सरकार के द्वारा उसको मदद नहीं करना राज्य सरकार के लिए शर्म का विषय है और ऐसी सरकार को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।।            
     उपरोक्त बातें रविवार को झारखंडी सूचना अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष सह आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष ,पूर्व प्रत्याशी हटिया विधानसभा क्षेत्र विजय शंकर नायक ने कहीं। इन्होंने यह भी कहा की हेमंत सरकार अविलंब सुजीत मुंडा को सरकारी नौकरी एवं 50 लाख प्रोत्साहन राशि देने का काम करें ताकि देेश का नाम रोशन करने वाले उस ब्लाइंड खिलाड़ी का जीवन में बदलाव आ सके। 
    विजय शंकर नायक ने आगे कहा की कितनी शर्म का विषय है की वर्ल्ड कप जीतने के बाद मुख्यमंत्री के द्वारा उसको अब तक नहीं बुलाना तथा मुख्य मंत्री एंव खेल मंत्री के द्वारा आश्वासन देने के बावजूद उसको अब तक मदद नहीं किया जाना आदिवासी विरोधी चरित्र को दिखाता है, साथ ही साथ सरकार कितना खेल के प्रति गंभीर है यह भी दिखाने का कार्य  करता है । इन्होंने यह भी कहा की यह आक्रोश का विषय है की बीसीसीआई झारखंड प्रदेश के द्वारा अब तक संज्ञान में नहीं लेना इस बात का घोतक है, कि वह सिर्फ और सिर्फ सामान्य क्रिकेट को ही एवं सामान्य क्रिकेटरों को ही आगे बढ़ाने की दिशा में सोच रखता है। वह T20 ब्लाइंड क्रिकेटरो को आगे बढ़ाने की दिशा में सोचता भी नहीं है जो निंदा का विषय है।
      नायक ने आगे कहा है कि अगर जल्द सरकार इस दिशा में गंभीरतापूर्वक सुजीत मुंडा के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखाती है तो बाध्य होकर आदिवासी मूलवासी जन अधिकार मंच उसके विरुद्ध सरकार को आईना दिखाने का काम  करेगा जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी।