कैराना। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ कैराना मे बालिका शिक्षा और अधिकारो के प्रति जागरूक करने के लिए महिला अभिभावको के साथ बैठक का आयोजन किया गया।
मंगलवार को सहायक अध्यापिका रीता चौहान ने उपस्थित अभिभावको और बालिकाओ को समझाया की एक बालिका को शिक्षित करने का अर्थ है एक पीढ़ी को शिक्षित करना। बालिका को शिक्षित करने का अर्थ है एक व्यवस्थित और सुखद जीवन की नींव रखना । शिक्षा आनंद के द्वार खोलती है। आप लोग जैसे बेटो को अवसर देते हो ऐसे ही अवसर बेटियों को भी मिलने चाहिए। समान व्यवहार बेटियों के लिए सबसे बड़ा तोहफा है। जिन जिन बालिकाओ को अवसर मिला उन्होंने शिखर छुआ।
उन्होंने कहा कि सरकार भी बालिका शिक्षा के साथ साथ सरकार उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता और उनके अधिकारो के प्रति पूरी तरह जागरूक है। इसके लिए बहुत से हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किये हुए हैं जैसे 1091, 181, 1098, 100 व 112 अलग अलग मदद को विस्तार से समझाया गया। अब जीवन का कोई छेत्र ऐसा नही है जहा महिलाओ की पँहुच नही है अर्थात महिलाए हर क्षेत्र मे काम कर रही है।
ग्रामीण महिलाए स्वयं सहायता समूह के माध्यम से खुद के अलावा दुसरो की भी मदद कर रही है। महिलाओ ने अपने रोजगार खड़े कर रखे हैं जँहा वे दूसरे हजारो व्यक्तियो को रोजगार दे रही है। अगर हम अपनी बेटियों को मौका दें तो वो राष्ट्रपति तक बन सकती है। इतिहास गवाह है जिन्हें मौका मिला उन्होंने शिखर छुआ है। इस अवसर पर समस्त स्टाफ के साथ साथ बहुत सी महिला अभिभावक उपस्थित रही।