नंगलाराई में यमुना की जलधारा मोड़कर अवैध खनन
- प्रशासन व खनिज विभाग की छापेमारी में खुली पोल-पट्टी, ओवरलोड भरे खड़े मिले रेत के वाहन

कैराना (शामली)। मंडलायुक्त के निर्देश पर प्रशासन और खनिज विभाग ने नंगलाराई खनन प्वाइंट पर छापेमारी की। इस दौरान यमुना नदी की बहती जलधारा को मोड़कर आवंटित क्षेत्र की सीमा से बाहर अवैध खनन होता पाया गया। खनन के खेल में ठेकेदार ने एनजीटी की गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई। यही नहीं, खनन प्वाइंट पर रेत से भरे खड़े ओवरलोड वाहन भी मिले हैं। अधिकारियों ने जलधारा को सुचारू कराने के निर्देश देते हुए रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है।
       मंगलवार को सहारनपुर मंडलायुक्त के निर्देश पर एसडीएम कैराना शिवप्रकाश यादव व खनन अधिकारी वशिष्ठ यादव ने राजस्व टीम के साथ क्षेत्र के गांव नंगलाराई यमुना खादर में आवंटित खनन प्वाइंट पर छापेमारी की। इस दौरान अधिकारियों ने गहनता के साथ जांच-पड़ताल की। मौके पर बहती यमुना नदी की जलधारा को मोड़कर रास्ता बनाने और आवंटित क्षेत्र से बाहर अवैध खनन करने का मामला सामने आया। वहां सीमांकन पिलर भी नहीं पाए गए।                          अधिकारियों ने यमुना नदी के पानी के अंदर डंडे से गहराई की भी जांच की, ताकि यह पता लगाया जा सके कि खनन से कितरे गहरे कुंड बनाए गए हैं। मौके पर यह भी पाया गया कि पॉर्कलेन मशीनलों से पानी के अंदर से रेत निकालकर ऊंचे टीले लगाए गए हैं। इतना ही नहीं, खदान पर करीब चार ओवरलोड वाहन भी रेत से भरे पाए गए।                         
      अधिकारियों ने रेत के टीलों को ढहाकर यमुना नदी में बनाए जा रहे गहरे कुंड को समतल कराने और जलधारा सुचारू कराये जाने के निर्देश दिए। इसके अलावा अधिकारियों ने रेत के वाहनों की निकासी का रिकॉर्ड और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी जांच की। अधिकारियों ने खनन पर जांच से संबंधित रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है। 
      उधर, छापेमारी के बाद से खनन ठेकेदार व उसके गुर्गों में हड़कंप मचा हुआ है।