राष्ट्रीय लोक अदालत में 8939 वादों का निस्तारण

कैराना। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली, उच्च न्यायालय इलाहबाद तथा उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा निर्देश में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश शामली ग्रीश कुमार वैश्य द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया।
       शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश शामली द्वारा 1 मामला, अपर जिला सत्र न्यायालय पोक्सो द्वारा 2 मामले, अपर जिला सत्र न्यायालय/विशेष न्यायाधीश विद्युत द्वारा 795 मामलें, अपर जिला सत्र न्यायाधीश (रेप एंड पोक्सो) द्वारा 3 मामलें, अपर जिला सत्र न्यायाधीश (एफटीसी) द्वारा 5 मामलें, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 415 मामलें, सिविल जज सिनियर डिविजन/एसीजेएम द्वारा 556 मामलें, सिविल जज जूनियर डिविजन द्वारा 460 मामलों का निस्तारण कराया गया। इस प्रकार जनपद शामली स्थित समस्त न्यायालयो द्वारा 2247 वादों का निस्तारण करते हुए कुल सैटलमेंट धनराशी 57 लाख 18 हजार 383 रूपये वसूल किए गये। राजस्व न्यायालयों द्वारा कुल 6218 मामलों का निस्तारण लोक अदालत में किया गया। बैंक व दूर संचार निगम से संबधित प्री लिटीगेशन 474 वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें कुल सैटलमेंट धनराशी 8 करोड 41 लाख 41 हजार 228 रूपये वसूल किए गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में 53 सिविल वादों व 13 एनआई एक्ट का भी निस्तारण किया गया।
      उधर, परिवार न्यायालय वर्तमान में रिक्त होने के चलते जनपद न्यायाधीश द्वारा न्यायिक पीठ का गठन किया गया। जिसमें कुल 13 मामलों का निस्तारण किया गया। दो दम्पत्ति विवादों आजाद व शाहीन तथा सतीश व शिवानी के बीच समझौता कराया। दोनो दम्पत्ति ने एक दुसरे के गले में माला डाली तथा खुशी खुशी अपने घर चले गये। सिविल जज सिनियर डिविजन/एसीजेएम विजय वर्मा द्वारा 46 मूल वादों का भी निस्तारण कराया गया जिसमें 9 मामलें 5 वर्षो से तथा एक मामला 20 वर्षो से अधिक समय से लंबित चल रहा था। इस प्रकार जनपद न्यायाधीश ग्रीश कुमार वैश्य के मार्ग दर्शन में कुल 8939 वादों का निस्तारण कराते हुए कुल सैटलमेंट धनराशी 8 करोड 98 लाख 59 हजार 611 रूपये वसूल किए गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश शामली के कुशल मार्गदर्शन में 220 ई चालान का भी निस्तारण किया गया। प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शामली विजय कुमार वर्मा द्वितीय द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन हेतु सभी का आभार व्यक्त किया गया।