जल है तो कल है : रीता चौहान
कैराना (शामली)। प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ मे भूजल के स्तर को बढ़ाने के लिए बच्चों को सजग करने केवल सहायक अध्यापिका रीता चौहान ने बच्चों को समझाया की आप देख रहे हैं कि पृथ्वी पर 70 फीसदी जल है और शेष 30 फीसदी पर अन्य सब है।         
       बुधवार को उन्होंने बताया कि आजकल आप टीवी पर समाचार देखते होंगे तो आपने देखा होगा की भारत के अधिकतर शहरो मे बाढ़ आयी हुई है । बारीश भो अच्छी हो रही है। परन्तु फिर भी लायक पानी करीब मात्र 2.5 फीसदी ही है। इसलिए धरती पर बहुत हम लोगो को ही साफ़ पीने लायक पानी मिल पाता है। बारिश बहुत हो रही है।
     परन्तु बारिश का सारा पानी नदियो के द्वारा समुंद्र मे चला जाता है जो पीने लायक नही है। इसके लिए सरकार अमृत सरोवर तालाब और निर्मल तालाब योजना के तहत गांव-गांव तालाब बनवा रही है। ताकि उस गांव का पानी व्यर्थ न बहे।
रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनवा रही है ताकि सरकारी भवनों का पानी व्यर्थ न बहे। जैसा हमारे स्कूल मे बना है। 
       रीता चौहान ने आगे बताया हमे नहाते, कपड़े धोते, और अन्य पानी से सम्बंधित कोई भी कार्य करते समय ध्यान रहे पानी व्यर्थ न बहे। स्कूल की किसी भी टोंटी से से पानी व्यर्थ न बहाये। क्योकि जल है तो कल है। बच्चों के साथ साथ समस्त स्टाफ को पानी व्यर्थ न बहाने और अधिकतम जल बचाने की शपथ दिलवायी गयी। इस अवसर पर समस्त स्टाफ मौजूद रहा।