विद्युत व्यवस्था का जायजा लेने के लिये प्रबन्ध निदेशक ने किया जनपद शामली का दौरा



शामली। प्रबन्ध निदेशक, श्रीमती चैत्रा वी. ने शामली जिले के पी0डब्ल्यू0डी0, थाना भवन, गेस्ट हाउस परिसर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुये, उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने, बिजली चोरी पर अंकुश लगाने और राजस्व वसूली में वृद्धि करने के निर्देश दिये। बैठक में सहारनपुर क्षेत्र के मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता एवं उपखण्ड अधिकारी स्तर तक के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
    प्रबन्ध निदेशक ने कहा उपभोक्ताओं को गुणात्मक विद्युत आपूर्ति के लिए विद्युत प्रणाली उच्चीकरण/शुद्धिकरण/सुदृढ़ीकरण के कार्यों में हीला-हवाली बर्दाश्त नही की जायेगी। उन्होंने बिजनेस प्लान के अन्तर्गत विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु किये जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति का जायजा लिया। 
       बैठक में प्रबन्ध निदेशक ने भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (Reformed Based and result link revamped Distribution sector scheme) के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। ‘फोन घुमाओं अभियान‘ की समीक्षा करते हुये प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि प्रत्येक चिन्हित बकायेदार उपभोक्ताओं को फोन कर उन्हें बकाया जमा कराने के लिये प्रेरित किया जाये।
           उन्होंने कहा उपभोक्ता के बिल सम्बन्धी समस्याओं का अविलम्ब निराकरण सुनिश्चित किया जाये जिससे उपभोक्ता आसानी से बकाया बिल जमा करा सके। बैठक में राजस्व वसूली के मासिक लक्ष्यों के सापेक्ष प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी। राजस्व वसूली बढ़ाने हेतु प्रबन्ध निदेशक द्वारा अधिकारियों को कार्य योजना बनाकर, शतप्रतिशत राजस्व वसूली करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा ट्रांसफार्मर की क्षतिग्रस्तता दर में कमी लाने के लिये ट्रांसफार्मर की मैन्टेनेन्स, आयल, फ्यूज आदि को समय-समय पर चेक किया जाये, जिससे कि उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जा सके। 
      मैनेजिंग डायेरक्टर ने बताया कि उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति एवं लाईन हानियां कम करने सम्बन्धी इन्फ्रास्ट्रक्चर सुदृढ़ करने के लिए मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, बुलन्दशहर, मुरादाबाद एवं सहारनपुर क्षेत्रों द्वारा व्यापक कार्य योजना तैयार की गयी है जिसमें 33 केवी लाईनों का निर्माण/सुदृढ़ीकरण  कार्य, एल0टी0 लाईन पर स्थापित जर्जर ए0बी0 केबिल/जर्जर तार को बदलने का कार्य, 33/11 केवी उपकेन्द्रों के सुदृढ़ीकरण/क्षमतावृद्धि के कार्य, विद्युत दुर्घटना से बचाव एवं विद्युत चोरी पर अंकुश लगाने हेतु घनी आबादी वाले क्षेत्रों में जर्जर तार/क्षतिग्रस्त ए0बी0 केबिल बदल कर, उचित क्षमता के ए0बी0 केबिल लगाये जायेंगे। 
        उपरोक्त प्रस्तावित कार्य होने के उपरान्त जहां एक ओर परिवर्तकों की क्षतिग्रस्ता दर में कमी, विद्युत व्यवधान की संख्या एवं अवधि में कमी तथा लो-वोल्टेज की समस्या दूर होगी वही दूसरी ओर उपभोक्ताओं को प्रदान की जाने वाली विद्युत आपूर्ति में भी गुणात्मक सुधार सम्भव हो सकेगा।
       बैठक के उपरान्त देर रात प्रबन्ध निदेशक द्वारा 33 केवी उपकेन्द्र थाना भवन शामली का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कहा ट्रांसफार्मर खराब होने पर उसे तत्काल बदला जाये। अधिशासी अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता मीटर को निर्देश दिये कि ओवरलोडेड ट्रांसफार्मर का परीक्षण किया जाये और ट्रांसफार्मर की क्षमतावृद्धि सुनिश्चित की जाये। उन्होंने लाईन स्टाॅफ को सुरक्षा के मद्देनजर निर्देश दिये कि लाईनों पर कार्य करते समय सभी सेफ्टी मापदण्ड अपनाये जायें। बिजली घर के निरीक्षण करने के उपरान्त प्रबन्ध निदेशक द्वारा विद्युत कार्यशाला शामली का निरीक्षण किया और ट्रांसफार्मर की उपलब्धता की जानकारी ली।
        उन्होंने कहा ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिये ट्रांसफार्मर की समय-समय पर मैन्टेनेन्स सुनिश्चित की जाये। कार्यशाला में प्रबन्ध निदेशक द्वारा फस्र्ट-एड, फायर फाइटिंग इक्यूपमेन्ट आदि चेक किये गये।
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