शिक्षित नारी से दो घर होते हैं रोशन: मौलाना


👉 मदरसा दारूल उलूम हफ्सा लिलबनात में वार्षिक परीक्षा हुई संपन्न
👉 बालिकाओं को शिक्षित बनाने पर दिया बल

कैराना। मदरसा दारूल उलूम हफ्सा लिलबनात में वार्षिक परीक्षा हुई। इस अवसर पर प्रख्यात आलिम—ए—दीन मौलाना ताहिर ने बालिकाओं को शिक्षित बनाने पर बल दिया।
     क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर राई में स्थित मदरसा दारूल उलूम हफ्सा लिलबनात में वार्षिक परीक्षा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रख्यात आलिम—ए—दीन एवं जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना ताहिर की अगुवाई में करीब 100 बच्चों ने पवित्र कुरआन, उर्दू और दीनियात की परीक्षाएं दी। इसके पश्चात गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें जवेरिया व जैनब आदि छात्राओं ने भाषण प्रस्तुत किए।
     इस अवसर पर मौलाना ताहिर ने कहा कि समाज में शिक्षा बेहद जरूरी है। अभिभावकों को बेटों के साथ ही अपनी बेटियों को भी शिक्षित बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित नारी से दो घर शिक्षित होते हैं और उनमें शिक्षा का उजियारा फैलता है।                  उन्होंने आगे कहा कि परीक्षा परीक्षण का एक साधन है, जिसके माध्यम से छात्र—छात्राओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलता है। डॉ. मारूफ ने कहा कि दीन के साथ ही दुनियावी शिक्षा दिलानी चाहिए, जिससे राष्ट्रहित में अपना योगदान दे सके। अंत में मदरसे के प्रबंधक मौलाना अहसान ने आगंतुकों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर मौलाना शाहवेज, मौलाना अंसार, आरिफ आदि मौजूद रहे।
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