कैराना (शामली)। प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ मे उपस्थित बच्चों को गिरते भू जल स्तर के विषय मे जागरूक किया गया।
शुक्रवार को सहायक अध्यापिका रीता चौहान ने बच्चों को बताया की धरती पर करीब 70 फीसदी पानी मौजूद है और हमारे शरीर मे भी 70 फीसदी पानी होता है। परन्तु पीने योग्य पानी की मात्रा करीब 2.5 से 3 फीसदी तक ही है । भारत मे आज भी करीब 50 फीसदी लोगो को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध नही है। सरकार सभी को पानी मिले इसके लिए जल जीवन मिशन योजना चला रही है।
उन्होंने आगे बताया कि पीने का शुद्ध जल न मिलने के कारण लोग बीमार होते हैं और समय से पहले उनकी मृत्यु हो जाती है। बहुत से देशो मे ये स्थति और भी चिंता जनक है। इसलिए हमे अपना और आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित करने के लिए जल को व्यर्थ नही बाहना चाहिए।वर्षा का पानी सबसे अच्छा होता है इसको बचाने और भू जल स्तर बढाने के लिए रेन वाटर हसर्वेस्टिंग बनाया गया है। बारिश मे छत और स्कूल प्रांगण का जल पाईप के माध्यम से रेन वाटर हार्वेस्टिंग के कुँए मे पँहुच जाता है और इस प्रकार भू जल स्तर बढ़ाने मे मदद करता है। इसके अलावा भी हम कई तरीको से भू जल स्तर को बढ़ा सकते हैं। हमे खुद भी और अपने घर वालो को पानी बचाने और व्यर्थ न बाहने के विषय मे जागरूक करना चाहिए । सभी बच्चों को जल को व्यर्थ न बाहने की शपथ दिलायी गयी। और रहीम का ये दोहा याद कराया गया।
रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून ।
पानी गये न ऊबरे, मोती, मानुष, चून ॥
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