शिक्षक दिवस पर विशेष - ज्ञान की ज्योति जलाते हैं शिक्षक

अपनी सकारात्मक सोच,मेहनत, लगन, शिक्षा के प्रति समर्पित भाव से अनेक अभिनव प्रयोग,नवाचार, शिक्षा में तकनीक के प्रयोग आदि से अपने उत्कृष्ट शिक्षण कार्यों द्वारा बच्चों के उज्जवल भविष्य का निर्माण करने वाले मौ० यामीन प्रतिभा संपन्न व्यक्तित्व के धनी शिक्षक हैं। 
      वर्तमान में ये जनपद बागपत के खंड विकास क्षेत्र बड़ौत के कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय बडावद में सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत हैं।इससे पूरी इन्होंने जनपद शामली के विद्यालयों में उत्कृष्ट शिक्षण कार्य किया है और अपनी मेहनत और लगन और विद्यालय प्रबंधन के कारण कांधला विकास क्षेत्र के गढ़ी दौलत स्थित शून्यवत हो चुके जूनियर हाई स्कूल को उत्कृष्ट विद्यालयों की श्रेणी में लाने का अभूतपूर्व काम किया। इन्होंने समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए जनप्रतिनिधियों,विद्यालय प्रबंध समिति, अभिभावकों एवं समुदाय के सहयोग से विद्यालय में बच्चों के नामांकन, उपस्थिति और ठहराव के लिए अनेक अभिनव प्रयोग किये। 
      इनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए 2016 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।शिक्षा में नवाचार के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार और शिक्षा में तकनीकी के प्रयोग के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा राज्य आईसीटी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग एवं प्रशासन द्वारा जनपद स्तर पर अनेक प्रशस्ति पत्र एवं प्रमाण पत्र द्वारा एवं अनेक संस्थाओं जैसे पर्यावरण के क्षेत्र में जागरूकता अभियान के लिए वन विभाग,शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए जैन मिलन,रोटरेक्ट क्लब,स्वीप इंचार्ज कॉर्डिनेटर के रूप में शामली में मतदाता जागरूकता में उल्लेखनीय कार्य करने पर जिलाधिकारी शामली,पुलिस विभाग शामली द्वारा आयोजित सड़क यातायात सुरक्षा पर आधारित निबंध लेखन के लिए पुलिस अधीक्षक शामली,बेसिक शिक्षा विभाग शामली द्वारा आयोजित शैक्षिक उन्नयन कार्यशाला का सफल संचालन करने पर इनको सम्मानित किया जा चुका है।
        इसके अलावा कक्षा 8-12 के छात्रों के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय व इंटेल इंडिया के सहयोग से इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा बनाये और लॉन्च किये गये 'रेस्पॉन्सिबल एआई फॉर यूथ' के लिए बेसिक शिक्षा निदेशालय उ०प्र० की ओर से इनको मेंटर नामित किया गया था। “रिमझिम”(साझा संग्रह)में कहानी का प्रकाशन हो चुका है। ये बागपत बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा हर वर्ष हिन्दी दिवस पर आयोजित किये जाने वाले ऑनलाइन 'हौसला शिक्षक कवि सम्मेलन/मुशायरा के संयोजक तथा 'हौसला' काव्य संग्रह पुस्तक के संपादक हैं।इनको अन्य शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में भी जाना जाता है।
..............

Comments