कैराना (शामली)। प्रोपर्टी डीलर से लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने उधारी के रुपयों के लेनदेन को लेकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने लूटी गई स्कूटी व मोबाइल बरामद कर लिया है।
ज्ञात हो कि गत 21 अक्टूबर को गांव जगनपुर निवासी तरसपाल उर्फ अंकित शर्मा ने पुलिस को सूचना दी थी कि वह पंजीठ बिजलीघर के निकट हाईवे किनारे वह अपनी कॉलोनी पर कार्यालय में बैठा हुआ था। इसी दौरान बाइक सवार युवक वहां पहुंचे और प्लॉट खरीदने के बहाने उससे हाथापाई करते हुए स्कूटी व मोबाइल छीन लिया। इसके बाद आरोपी उसे कार्यालय में बंद कर फरार हो गए। मामले में पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। एसपी ने पुलिस को घटना के शीघ्र खुलासा करने के निर्देश दिए थे।
उधर, पुलिस द्वारा घटना में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से लूटी गई स्कूटी व मोबाइल बरामद कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम मोहसिन पुत्र युनूस व रिजवान पुत्र इरफान निवासीगण वार्ड-27 इस्लामनगर कैराना बताए हैं।
आरोपी मोहसिन ने पूछताछ में बताया कि तरसपाल उर्फ अंकित शर्मा के कहने पर उसने अपनी भाभी को चुनाव लड़ाकर जीतने के नाम पर 95 हजार रुपये दिए थे, लेकिन चुनाव में वह हार गई थी। इसके बाद उसने तरसपाल से अपने रुपयों की मांग की थी, जिस पर उसे 18 हजार रुपये लौटाए गए थे। जबकि बाकी रुपये मांगने पर उसके साथ गाली-गलौज करते हुए धमकी दी गई थी। इसके बाद वह अपने साथी रिजवान के साथ मिलकर प्रोपर्टी कार्यालय पर पहुंचा था और अपने रुपयों की मांग की थी। रुपये देने से मना करने पर दोनों ने घटना को अंजाम दिया था।
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👉 पीड़ित ने छिपाई थी लेनदेन की बात
लूट की सूचना पर मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बिजेंद्र सिंह रावत ने प्रोपर्टी डीलर तरसपाल उर्फ अंकित शर्मा से पूछा था कि उनकी किसी से रंजिश अथवा कोई लेनदेन का मामला तो नहीं है, लेकिन इस बात से प्रोपर्टी डीलर ने इनकार कर दिया था। यहां तक कि उसने आरोपी भी तीन बताए थे और कहा था कि वह आरोपियों को नहीं जानता था। पुलिस के खुलासे के बाद पूरी घटना से पर्दा उठ गया और प्रोपर्टी डीलर का झूठ भी खुलकर सामने आ गया। यदि डीलर पुलिस के सामने झूठ न बोलता, तो घटना चंद मिनटों अथवा घंटों में ही खुल जाती।
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👉 पीड़ित ने छिपाई थी लेनदेन की बात
लूट की सूचना पर मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बिजेंद्र सिंह रावत ने प्रोपर्टी डीलर तरसपाल उर्फ अंकित शर्मा से पूछा था कि उनकी किसी से रंजिश अथवा कोई लेनदेन का मामला तो नहीं है, लेकिन इस बात से प्रोपर्टी डीलर ने इनकार कर दिया था। यहां तक कि उसने आरोपी भी तीन बताए थे और कहा था कि वह आरोपियों को नहीं जानता था। पुलिस के खुलासे के बाद पूरी घटना से पर्दा उठ गया और प्रोपर्टी डीलर का झूठ भी खुलकर सामने आ गया। यदि डीलर पुलिस के सामने झूठ न बोलता, तो घटना चंद मिनटों अथवा घंटों में ही खुल जाती।
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