मंडावर में रात में खनन कर जलधारा से खिलवाड़ कर रहे माफिया
👉  वैध पट्टे की आड़ में एनजीटी की गाइडलाइन को दिखाया जा रहा ठेंगा
👉  भाजपा नेता ने डीएम समेत उच्चाधिकारियों को भेजा शिकायती पत्र
कैराना (शामली)। मंडावर में वैध पट्टे की आड़ में माफिया रात्रि में खनन कर यमुना नदी की जलधारा से खिलवाड़ कर रहे हैं। एनजीटी की गाइडलाइन को ठेंगे पर रखकर प्रतिबंधित मशीनों को बहती जलधारा में धड़ल्ले के साथ चलाया जा रहा है। गांव निवासी भाजपा नेता ने रात्रि में खनन की वीडियो वायरल करने के साथ ही जिलाधिकारी सहित उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
   कैराना तहसील क्षेत्र के गांव मंडावर में पांच साल के लिए वैध बालू खनन पट्टा आवंटित है। लेकिन, यहां खनन माफियाओं द्वारा शासन के आदेश और एनजीटी की गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। गांव मंडावर निवासी भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष आ.मो. कंडेला फारूख चौधरी ने डीएम के नाम शिकायती पत्र भेजा है। पत्र में बताया है कि मंडावर में पट्टे की आड़ में खनन माफिया पर्यावरण को क्षति पहुंचा रहे हैं तथा एनजीटी की गाइडलाइन के विरूद्ध खनन कर रहे हैं। भाजपा नेता ने पत्र में छह बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित किया है, जिनमें निर्धारित समय से अधिक रात्रि में खनन करना, यमुना नदी की धारा को प्रभावित करना व धारा से खनन करना, तीन फीट गहराई से अधिक खनन करना, प्रतिबंधित मशीनों से खनन करना, जैविक विविधता को नष्ट करना, जलीय जीव, कछुए, मछली आदि को नष्ट करना शामिल है। यह भी बताया है कि पट्टाधारक मनमाने तरीके से खनन कर यमुना नदी के अस्तित्व को खतरे में डाल रहा है। पत्र में मंाग की गई है कि खनन करने वाले लोगों का पुलिस सत्यापन कराया जाए तथा पट्टे को निरस्त कराकर कानूनी एवं जुर्माने की कार्रवाई की जाए।
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👉 वायरल वीडियो बयां कर रही खनन का खेल
भाजपा नेता फारूख चौधरी ने मंडावर में रात्रि में यमुना नदी के चीरहरण की वीडियो भी वायरल की है। वीडियो में स्पष्ट नजर आ रहा है कि रात्रि में प्रतिबंधित के बावजूद किस तरह से जलधारा के बीच से रेत निकाली जा रही है। एनजीटी की गाइडलाइन के अनुरूप सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही वैध पट्टे पर मानकों को ध्यान में रखते हुए खनन की अनुमति होती है। लेकिन, खनन माफिया बेलगाम और धड़ल्ले से यमुना को छलनी करने का कार्य कर रहे हैं। तमाम वीडियो और शिकायत के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी अथवा खनन विभाग चुप्पी साधे हुए हैं।
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