👉 जामा मस्जिद के शाही इमाम के नेतृत्व में मुस्लिम समाज ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन-पत्र
कैराना (शामली)। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले यति नरसिंहानंद पर कठोर से कठोर कार्यवाही की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम एसडीएम कैराना को ज्ञापन-पत्र सौंपा गया है।
मंगलवार की दोपहर करीब ढाई बजे नगर की जामा मस्जिद के सामने शाही इमाम मौलाना ताहिर हसन के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए। सभी ने हाथों में लिखी तख्ती लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मौलाना ताहिर हसन ने कहा कि पैगंबर हजरत मोहम्मद की शान में पिछले दिनों यति नरसिंहानंद द्वारा बडी ही अफसोस जनक व अमर्यादित टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि मुल्क को आजाद कराने के लिए हर वर्ग हर समाज के लोगों ने कुर्बानी दी और अपने मुल्क को आजाद कराया था। भारत का संविधान सभी लोगों को आज़ादी से जीने का अधिकार देता है। साथ ही एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करना भी सिखाता है। उन्होंने कहा कि कुछ गलत मानसिकता के लोग देश के अमन चैन व भाईचारे को खत्म करने पर तुले हुए है। नरसिंहानंद जैसे गलत लोग अगर किसी भी धर्म के खिलाफ गलत टिप्पणी करते है तो उनके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।
इस दौरान पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में की गई अमर्यादित टिप्पणी का सभी लोगों ने कड़े शब्दों में निंदा की। मौके पर पहुंचे एसडीएम स्वप्निल यादव को राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें बताया गया है कि कुछ लोग समाज में द्वेष भावना पैदा कर जहर घोलकर देश की एकता व अखंडता को तोड़ना चाहते है। डबल इंजन की सरकार मूर्ख दर्शक बनकर ऐसे लोगों का समर्थन कर रही है। अगर समय रहते ऐसे व्यक्तियों पर कानूनी शिकंजा नहीं कसा गया तो देश व समाज के बिखरने का खतरा पैदा हो जायेगा। ज्ञापन-पत्र के माध्यम से मांग की गई है कि नरसिंहानंद ने प्यारे पैगम्बर की शान में गुस्ताखी कर जो बयान दिया गया है वह बहुत ही शर्मनाक व आपत्तिजनक बयान है। जिससे देश प्रदेश एवं दुनिया भर के मुसलमानों में रोष व्याप्त है। पुलिस ने यती नरसिंहानंद पर कुछ धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसकी मदद करने का काम किया है। नरसिंहानंद पर यूएपीए व एनएसए के तहत गंभीर धाराओ में मुकदमा दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई है। यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर के बारे में गलत बयानबाजी की वीडियो को भी सोशल मीडिया से हटवाने की भी मांग की गई है।
शाही इमाम मौलाना ताहिर हसन ने बताया कि महंत यति नरसिंहानंद द्वारा अल्लाह के रसूल की शान में गुस्ताखी की गई है और ऐसे अल्फाज बोले गए है। जिसे हर एक मुसलमान सुनना भी पसंद नहीं करता। मौलाना ने बताया कि इन्होंने पूर्व में भी गलत बयान दिए थे। जिसके बाद पुलिस ने इन पर हल्की धाराएं लगाकर जेल भेज दिया था। कोर्ट ने उसे सशर्त जमानत दी थी कि भविष्य में वें गलत बयानबाजी नहीं करेंगे। यति नरसिंहानंद के विरुद्ध कड़ी से कडी धाराएं लगाकर जेल भेज देना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई किसी भी धर्म के विरुद्ध गलत बयानबाजी ना कर सकें।
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