कैराना (शामली)। पंजीठ आश्रम सहित क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर चोरी की घटनाओं के विरोध में भारतीय किसान यूनियन भड़क गई। यूनियन के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों के साथ कोतवाली परिसर में धरना—प्रदर्शन किया। उन्होंने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पुलिस पर जमकर भड़ास निकाली। करीब दो घंटे कोतवाली में डेरा डालकर पुलिस को फिर से 11 दिन का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही, घटनाओं का खुलासा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई।
बृहस्पतिवार की दोपहर लगभग 12 बजे भारतीय किसान यूनियन के दर्जनोंं कार्यकर्ता ग्रामीणों के साथ ट्रैक्टर ट्रॉलियों व गाड़ियों में सवार होकर कोतवाली में पहुंचे। उन्होंने कोतवाली परिसर में दरा—गद्दे बिछाकर धरना—प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान पंजीठ स्थित आश्रम व दो घरों में चोरी तथा झाड़खेड़ी में हुई चोरी की घटनाओं पर कड़ा आक्रोश जताया गया। उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
बृहस्पतिवार की दोपहर लगभग 12 बजे भारतीय किसान यूनियन के दर्जनोंं कार्यकर्ता ग्रामीणों के साथ ट्रैक्टर ट्रॉलियों व गाड़ियों में सवार होकर कोतवाली में पहुंचे। उन्होंने कोतवाली परिसर में दरा—गद्दे बिछाकर धरना—प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान पंजीठ स्थित आश्रम व दो घरों में चोरी तथा झाड़खेड़ी में हुई चोरी की घटनाओं पर कड़ा आक्रोश जताया गया। उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
धरने को संबोधित करते हुए आश्रम संचालक के बेटे एवं भाकियू नेता पुष्कर सैनी ने कहा कि क्षेत्र में बदमाशों का दुस्साहस इतना बढ़ रहा है कि दस दिन पूर्व आश्रम में चोरी के बाद अगले दिन रात में फिर से घुस आए थे। यह कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्यशैली दर्शाती है।
झाड़खेड़ी निवासी अवधेश सैनी ने कहा कि उनके यहां से लगभग सवा तीन माह पूर्व लाइसेंसी बंदूक सहित लाखों की चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। दो बार वह धरना तक दे चुके हैं, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। करीब दो घंटे तक भाकियू कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने संबोधित कर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए।
एसडीएम स्वप्निल कुमार यादव व सीओ सिटी अमरदीप मौर्य ने धरनास्थल पर भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच बैठकर वार्ता की और उनसे घटनाओं के खुलासे के लिए दस दिन का समय मांगा। इसके बाद भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष कपिल खाटियान ने उन्हें 11 दिन का समय दिया। कहा कि एएसपी या अन्य उच्चाधिकारी की निगरानी में घटनाओं का खुलासा किया जाए। यदि खुलासा नहीं हुआ, तो वह अग्रिम रणनीति बनाएंगे और फिर पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पांच सदस्य कमेटी अधिकारियों के संपर्क में रहेगी। इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया।
इस दौरान युवा जिलाध्यक्ष आशीष चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं पंजीठ के प्रधान अख्लाक अहमद, गय्यूर हसन, इनाम, मेहरदीन, इंद्रपाल, ब्रह्मपाल सिंह, नवाब अली, सुभाष, पूर्व प्रधान राजेश, रविंद्र आदि मौजूद रहे।
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