कैराना (शामली)। जनपद में आवारा गोवंशो की स्थिति दयनीय हालात में है। आये दिन आवारा गोवंश सड़कों पर हादसे का शिकार हो रहे हैं, साथ ही जनमानस के लिए भी काल बनने का काम कर रहे हैं। जनपद में गौ आश्रम स्थलों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। प्रशासन द्वारा संचालित गौशालाओं में चारे के लाले पड़ रहे हैं। सरकार का ध्यान गौ आश्रयों की लचर व्यवस्था में सुधार लाने के लिए बार-बार गौरक्षकों एवं अन्य समाज सेवियों के द्वारा आवाज उठाई जाती है किंतु वही ढाक के तीन पात वाली बात साबित होती है। आवारा गौवंश किसान की फसल को तो नुकसान पहुंचाते ही हैं साथ ही सड़कों पर राहगीरों के साथ भी दुर्घटना घटना स्वाभाविक है।
जनपद शामली के ग्राम पंचायत सींगरा और बीबीपुर में बनाई गई गौशालाएं वर्तमान समय में बंद अवस्था में पड़ी हुई हैं जिनको पुनः संचालित कराने के लिए कांग्रेस नेता अशवनी शर्मा के द्वारा भी कई बार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कार्यवाही करायें जाने की मांग की जा चुकी है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया। वहीं, गौ संरक्षण को लेकर गौरक्षा सभा भी हर वक्त एक्टिव रहती है।
बुधवार देर रात को ऐरटी बाईपास पर एक गर्भवती गाय किसी अज्ञात वाहन के द्वारा टक्कर लगने से घायल हो गई। घायल अवस्था में गाय सड़क पर ही पड़ी रही। टक्कर लगने से गाय के पेट में पल रहा बच्चा भी बाहर निकल आया। ठंड से ठिठुरकर गाय व उसके बच्चे की मृत्यु हो गई।
गौरक्षा सभा के जिलाध्यक्ष वीशू शर्मा ऐरटी के द्वारा बृहस्पतिवार सुबह को जेसीबी मशीन से खुदाई करवाकर मृत गाय व उसके बच्चे का अंतिम संस्कार कराया गया। उधर, भगवान परशुराम चौंक संघर्ष समिति के संयोजक एवं कांग्रेस नेता अशवनी शर्मा सींगरा ने बताया कि भाजपा केवल गाय के नाम पर राजनीति करना जानती है। गौ संरक्षण के लिए सरकार के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया। ग्राम पंचायत बीबीपुर में गौचाराण की लगभग दो सौ बीघा जमीन पर भू-माफिया कब्जा जमाए बैठे हैं। शिकायत करने के बाद भी प्रशासन मौन बना बैठा है।
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