फायरिंग प्रकरण के दो आरोपियों ने न्यायालय में किया सरेंडर

कैराना (शामली)। मन्नामाजरा फायरिंग प्रकरण के दो आरोपियों ने पुलिस को चकमा देकर न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है, जिन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। वहीं, सरेंडर करने वाले आरोपियों में एक आरोपी दूसरे गुट का सरदार जावेद उर्फ भाटी बताया गया है, जबकि पहले गुट के सरदार याहया उर्फ याहिया को पुलिस एक दिन पूर्व गिरफ्तार कर चुकी है।
         विगत एक अप्रैल को क्षेत्र के गांव मन्नामाजरा में कैराना के दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खूनी संघर्ष हो गया था, जिसमें ग्राम मन्नामाजरा निवासी राकिब, ग्राम जहानपुरा निवासी रिजवान उर्फ चीमा व कैराना के मोहल्ला आलकलां निवासी परवेज उर्फ भाटी घायल हो गए थे। इनमें राकिब व रिजवान उर्फ चीमा के पैर में गोली लगी थी, जबकि परवेज उर्फ भाटी सिर में ईंट लगने से घायल हो गया था। ताबड़तोड़ फायरिंग से गांव में दहशत व्याप्त हो गई थी। घटना की सूचना मिलते ही तत्कालीन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह रावत ने पुलिस टीम के साथ गांव में पहुंचकर घटना की जानकारी हासिल की थी। वहीं, फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर घटना से जुड़े साक्ष्य एकत्र किए थे। मामले में पुलिस ने दोनों गुटों के 17 नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ जानलेवा हमला करने समेत संगीन धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया था।         
      बुधवार को मामले में नामजद जावेद उर्फ भाटी निवासी मोहल्ला आलकलां कैराना व जावेद निवासी ग्राम जहानपुरा ने पुलिस को चकमा देते हुए न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। न्यायालय ने आत्मसमर्पण करने वाले दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार भेज दिया है। न्यायालय में सरेंडर करने वाला आरोपी जावेद उर्फ भाटी दूसरे गुट का सरदार है, जबकि एक गुट के सरदार याहया उर्फ याहिया निवासी मोहल्ला आलखुर्द भूरा चुंगी कैराना को पुलिस मंगलवार को गिरफ्तार करके जेल रवाना कर चुकी है।
       वहीं, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह का कहना है कि मन्नामाजरा फायरिंग प्रकरण के दो आरोपियों ने न्यायालय में सरेंडर किया है। पूर्व में पांच आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। शेष आरोपियों को भी शीघ्र गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
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