बेसहाराओं का सहारा बनी अंजुमन, पहुंचा रही राशन

 

 

- सपा विधायक नाहिद हसन ने भी अंजुमन को सौंपी राशन अपनी ओर से राशन वितरण की ज़िम्मेदारी

 

कैराना। लॉकडाउन की इस स्थिति में उन परिवारों पर गुजर-बसर का संकट पैदा हो गया है, जो दिन में मेहनत-मजदूरी करके शाम की रोजी-रोटी का जुगाड़ करते थे। ऐसे लोगों की मदद के लिए सामाजिक संस्थाएं भी सहारा बनकर काम कर रही है। इन्हीं में एक संस्था है अंजुमन खिदमत-ए-खल्क। यह संस्था निःस्वार्थ भाव से बेसहारा लोगों के घरों तक राशन पहुंचा रही है।

   कैराना की सामाजिक संस्था अंजुमन खिदमत-ए-खल्क इंसानियत का फर्ज निभा रही है। इस समय लॉकडाउन में गरीब व बेसहारा लोगों की परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि इन लोगों के पास में गुजर-बसर का कोई जरिया नहीं बचा है। ये लोग जैसे-तैसे करके अपने परिवार के लिए शाम की रोजी का इंतज़ाम करते थे। ऐसे 550 परिवारों को अब तक अंजुमन अपने खर्च पर राशन किट वितरित कर चुकी है।               अंजुमन के अध्यक्ष हाजी नसीम मंसूरी ने बताया कि अंजुमन ने जिन 550 परिवारों को राशन किट दी है, उनमें मुस्लिम ही नहीं बल्कि हमारे हिन्दू भाई भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अंजुमन 500 पानी की बोतल व 500 बिस्किट के पैकेट भी अपने फंड से एसडीएम को दे चुकी है, ताकि ज़रूरतों को वे मिल सके। वहीं, सपा विधायक चौधरी नाहिद हसन ने भी उनका सेवाभाव देखते हुए अपनी ओर से 300 राशन किट वितरित करने की ज़िम्मेदारी दी है। एक किट में खाद्य सामग्री में करीब 18 किलोग्राम वजन है। अंजुमन के सदर हाजी नसीम मंसूरी ने बताया कि वह इसी प्रकार भविष्य में भी सेवा करते रहेंगे।